Sex Story मैं चीज़ बड़ी हूँ मस्त मस्त
07-03-2018, 12:14 PM,
#37
RE: Sex Story मैं चीज़ बड़ी हूँ मस्त मस्त
करू-ओके आइम रेडी मगर मम्मी पापा भी तो हैं घर में.

मे-उसकी टेंसन. मत लो वो कल जा रहे हैं हज़ूर साहिब को हफ्ते बाद लौटेंगे.

करू-ओह हां मैं तो भूल ही गई थी.
फिर हम दोनो आगे का प्लान बनाते रहे और रात को मेरे रूम में ही हम दोनो सो गये.

दूसरे दिन सनडे था और सुबह ही मम्मी और पापा चले गये अब हमें अपने प्लान का पहला स्टेप चलना था. मैं भाभी के रूम में गई और उनके सभी कपड़े ले आई. भैया ने मुझसे पूछा कि कपड़े कहा लेजा रही हो मगर मैने कोई जवाब नही दिया. मैं अपने रूम में आई और सारे कपड़े बेड पे फैला दिया और भाभी से कहा.
मे-भाभी अब इनमे से कोई सेक्सी सी ड्रेस पहन लो जल्दी से.

करू-तू बता ना क्या पहनु.

मे-मैं तो कहती हूँ सिर्फ़ पैंटी और ब्रा ही ठीक रहेंगे.

भाभी ने मुझे मारते हुए कहा.
करू-बकवास मत कर.

मैने भाभी की एक टाइट सी क्रीम कलर की पॅंट उठाई एकदम हल्का सा कपड़ा था. मैने भाभी को दिखाते हुए कहा.
मे-भाभी ये ठीक रहेगी और इसके साथ ये रेड वाली टी-शर्ट पहनो.

करू-पर इसमे सेक्सी कैसे दिखूँगी.

मे-आप पहले ही सेक्सी हो दिखाने की ज़रूरत नही है आप जल्दी से नाहकर पहनो इसे.

भाभी ने नाहकर वो ड्रेस पहन ली और बाहर आई.
वाह क्या कमाल की लग रही थी भाभी. क्रीम कलर की टाइट पॅंट जो कि उनकी जांघों से चिपकी हुई थी. उसके उपर रेड कलर की एकदम टाइट टी-शर्ट जिसमे से भाभी के उरोज सामने की ओर निशाना साधे खड़े थे और बाहर आकर भैया के उपर हमला करने को तैयार थे.
उपर उनके गीले बाल जो की खुले हुए थे और भाभी की हॉटनेस्स को चार चाँद लगा रहे थे. मैने उन्हे देखते ही कहा.
मे-भाभी बॉम्ब लग रही हो आज तो.

करू-चुप कर.

मे-अच्छा चलो अब ये सॅनडेल पहनो.

हाइ हील के सेंडेल पहन ने के बाद भाभी के नितंब और पीछे को निकल आए थे.

मे-वेरी गुड भाभी. अब आपको खाना लेकर भैया के रूम में जाना है और पूरे बोल्ड तरीके से और वापिस आते टाइम अपने इन गोलमटोल नितंबों को खूब हिलाना है और याद रहे भैया से अपने कोई बात की तो मुझसे बुरा कोई नही.

करू-ओके मेरी माँ तू मुझे मरवाएगी आज.

फिर हम किचन में आए और भाभी ने खाने की प्लेट ली और भैया के रूम की तरफ चल पड़ी. मैं जाकर रूम की खिड़की के पास खड़ी हो गई और अंदर देखने लगी.

भैया बेड पे बैठे थे तभी भाभी की एंट्री हुई. वो मटकती हुई भैया की तरफ बढ़ रही थी. वाह क्या जलवा था भाभी का. भैया की नज़र जब भाभी के उपर पड़ी तो उनकी आँखें खुली की खुली रह गई. वो एक तक भाभी को देख रहे थे. भाभी ने खाने की प्लेट टेबल पे रखी और पलट कर वापिस आने लगी. वाह क्या नितंब मटका रही थी भाभी कभी एक अपर तो कभी दूसरा अपर जैसे भैया और भाभी बेडरूम में होते हैं. कभी भाभी उपर तो कभी भैया उपर. भैया की नज़र भाभी के नितंबो को मटकते देख रही थी. उनके चेहरे के बदलते भाव बता रहे थे कि उनका दिल चाह रहा था कि अभी उठ कर भाभी को गोद में उठा लू. मगर शायद वो अपने आप को रोके हुए थे. लेकिन कितनी देर रोकते आख़िरकार भाभी के मटकते नितंबो ने जलवा दिखा ही दिया और भैया ने भाभी को आवाज़ लगाते हुए कहा.

हॅरी-करू.

भाभी के कदम रुके और उन्होने गर्दन घुमा कर पीछे देखा. मैने सोचा अब सारा प्लान चौपट कर देंगी भाभी. मैं अपने मन में ही बोलने लगी. भाभी बोलना मत बाहर . चुप-चाप. मगर वो वहीं खड़ी रही लेकिन अपना चेहरा अब घुमा लिया था.

हॅरी-करू बैठो ना प्लीज़ रात भी तूँ नही आई.

करू-मेरे साथ . का हक आप खो चुके हो.

और इतना कहकर भाभी बाहर आ गई. मैने सोचा थॅंक गॉड और भाभी के पास जाने लगी. भाभी फिरसे मेरे रूम में जाकर रोने लगी. मैं उनके पास गई और कहा.
मे-अब क्या हुआ चुप करो भाभी. देखा कैसे पहली ही बोल में सिक्सर लगा दिया आपने. भैया तो क्लीन-बोल्ड हो गये. नेक्स्ट स्टेप में तो भैया का वाइट-वॉश ही कर दोगि आप.

मैने अपने हाथ नचाते हुए कहा और
मेरी बात कहने के ढंग से भाभी मुस्कुराए बिना नही रह पाई.
करू-लेकिन अब आगे करना क्या है.

मे-कान पास लाओ मेरे.
और मैने नेक्स्ट स्टेप बता दिया.

करू-ओह गॉड पता नही तू क्या-2 करवाएगी मुझ से.

मे-भाभी 3र्ड स्टेप तो इस से भी ख़तरनाक होगा आप देखती जाओ. अच्छा अब आराम करो आप.

मैं बाहर आई तो देखा भैया किचन से बाहर आ रहे थे. मैं बिना उनकी तरफ देखे किचन में चली गई और वो भी अपने रूम में वापिस चले गये.

मैने देखा भैया किचन में खाने की प्लेट रख कर गये थे उन्होने कुछ भी नही खाया था.
मैने प्लेट उठाई और भैया के रूम में गई और भैया के साथ बेड के उपर बैठ गई और कहा.
मे-भैया खाना क्यूँ नही खाया.

हॅरी-मुझे भूख नही है.

मे-ये क्या बात हुई.

हॅरी-मैने कहा ना भूख नही है.

मे-देखो भैया आपको नाराज़गी भाभी से है मुझसे है मगर खाने से तो नही है ना. अब जल्दी से आचे बचे बनकर खाना खाओ.

हॅरी-मुझे अकेला छोड़ दे प्लीज़.

मे-ऐसे कैसे छोड़ दूं. मेरे भैया भूखे रहे ऐसा रीत को बिल्कुल पसंद नही.

मैने रोटी का एक टुकड़ा लिया और उसमे सब्ज़ी भर कर भैया के मूह के पास करते हुए कहा.
मे-चलो मूह खोलो.

अब भैया ने मेरे प्यार के सामने हथियार डाल दिए और मूह खोल कर रोटी अंदर जाने दी. फिर अपने हाथ से मैं भैया को रोटी खिलाने लगी.

भैया को खाना खिलाने के बाद मैं किचन में आई और फिर भाभी और अपने लिए खाना प्लेट में डाला और अपने रूम में चली गयी. हम दोनो ने खाना खाया और फिर मैने भाभी को कहा.
मे-भाभी अब नेक्स्ट स्टेप के लिए रेडी हो जाओ.

करू-रीत तू मरवाएगी मुझे.

मे-कुछ नही होगा.

मैने भाभी के कपड़ो में से एक ब्लू कलर की नाइटी निकली जो कि बहुत ही शॉर्ट थी और टाइट भी कुछ ज़्यादा ही थी. मैने भाभी को उसे पहनेने के लिए दिया.

करू-रीतू ये तो ज़्यादा ही शॉर्ट है. कोई और देख प्लीज़.

मैने कमर पर हाथ रख कर आँखें निकालते हुए कहा.
मे-चुप चाप पहनो इसे.
भाभी वॉशरूम की और जाने लगी तो मैने कहा.
मे-यही चेंज करो मेरे सामने.

करू-तेरा दिमाग़ तो ठीक है.

मे-ओह मेडम मैं लड़की ही हूँ इज़्ज़त नही लूट सकती आपकी.

करू-तू एक दिन मुझे अपने जैसा बना देगी.

मे-मेरे जैसा बन ने के लिए तो आपको आस पास कुछ देखना पड़ेगा. वैसे भाभी जादू(जावेद) भैया यानी कि आपके इकलौते देवर बहुत लाइन मारते हैं आपके उपर.

करू-रीतू एक . कान के नीचे वो बहुत ही अच्छा और स्वीट देवर है मेरा इस पूरी फॅमिली में अगर कोई चंडाल है तो वो सिर्फ़ तू है बेशरम.

मैने बुरा सा मूह बनाकर भाभी की तरफ पीठ करते हुए कहा.
मे-तो ठीक है मुझे भी नही करनी आपकी हेल्प-शेलप.

भाभी ने पीछे से मुझे बाहों में भरते हुए कहा.
करू-ओये मेरा स्वीतू नाराज़ हो गया. अच्छा बाबा दोनो कान पकड़ कर सॉरी.

मेने उनकी तरफ पलट कर उनके उरोज पकड़ते हुए कहा.
मे-इन्हे पकड़ कर माफी माँगो. भाभी ने मेरे उरजो की तरफ इशारा करते हुए कहा.

करू-इन्हे ना पकड़ लूँ वैसे भी काफ़ी बड़े होते जा रहे हैं ये.

मे-नो इन्हे पकड़ने का हॅक तो सिर्फ़ आपके नंदोई जी को है.

मेरी बात पे भाभी हँसने लगी और फिर एक-2 करके अपने कपड़े उतारने लगी. अब उनके शरीर पे केवल ब्रा न्ड पैंटी थी.
मे-इन्हे भी उतारो.

करू-क्या..?

मे-इन्हे भी उतारो मेडम दूसरी पहनेगी अब आप.

करू-क्या मुसीबत है.

भाभी ने पैंटी और ब्रा भी उतार दी अब वो बिल्कुल नंगी खड़ी थी मेरे सामने और नीचे को देख रही थी. मैने अपना मोबाइल उठाया और कहा.
मे-भाभी.

भाभी ने जेसे ही मेरी तरफ देखा तो मैने फटाक से उनकी फोटो खीच ली.

करू-पागल फोटो क्यूँ खीच रही है.

मे-डेलीट कर दूँगी मैं फिकर नोट.

वाह क्या शरीर था भाभी का एकदम गोरा और उसके उपर फिगर भी कमाल का था 32-28-34. अगर कोई उन्हे ऐसी हालात में देख ले तो अपना सब कुछ खो बैठे.

करू-अब तू मुझे देखती ही रहेगी या बताएगी भी कुछ.

मैं एकदम नींद से जागी और कहा.
मे-अरे भाभी देती हूँ.
मैने एक वाइट पैंटी भाभी को दी और भाभी ने झट से पहन ली और फिर मैने भाभी को नाइटी पहन ने को कहा.

करू-पागल ब्रा तो दे.

मे-ब्रा नही मिलेगी ऐसे ही पहनो.

भाभी ने चुप-चाप नाइटी पहन ली. क्या ग़ज़ब लग रही थी भाभी उसमे. एकदम शॉर्ट नाइटी थी. भाभी के घुटनो के काफ़ी उपर थी. अगर भाभी झुक जाए तो पीछे से उनकी पैंटी सॉफ दिखाई देती थी. नाइटी ने भाभी के दोनो गोलमटोल नितंबो को जाकड़ लिया था. अब मैने एक परफ्यूम उठाया और भाभी का बदन उस परफ्यूम से महका दिया. फिर मैने भाभी को बेड के उपर सीडेवी पोज़िशन में लेटने को कहा. भाबी बेड के उपर एक तरफ करवट लेकर लेट गई. मैने पूरे रूम में रूम फ्रेशनेर छिड़क दिया और पूरा रूम अब महकने लगा था. मैं भाभी के पास गई और उनकी नाइटी को थोड़ा और उपर सरका दिया और उनकी पैंटी अब दिखने लगी थी.

मे-बस अब हिलना मत मैं बाहर से किसी बहाने भैया को अंदर भेजूँगी. ज़ाहिर है आपको ऐसी हालात में देखकर भैया कंट्रोल नही कर पाएँगे और बेड पे आकर आपसे लिपट जाएँगे. मगर आपको उन्हे अपने उपर से उतार कर 2-4 खरी-2 सुनाकर मटकते हुए बाहर आना है.

करू-ओके ठीक है.

मे-ओके तो मैं जाती हूँ.

मैं बाहर आई तो भैया टीवी देख रहे थे. मैं सीधा किचन में गई और थोड़ी देर बाद भैया को आवाज़ दी.

मे-भैया मेरे रूम में से मेरा मोबाइल लाना प्लीज़.

हॅरी-अभी लाया स्वीतू.

भैया मेरे रूम की तरफ जाने लगे. जब भैया रूम में एंटर कर गये तो मैं भाग कर खिड़की के पास आकर अंदर देखने लगी.
भैया ने रूम में कदम रखा तो रूम में फैली खुश्बू ने उनका स्वागत किया. उनकी नज़र भाभी के उपर पड़ी जो कि करवट लेकर सोने का नाटक कर रही थी. भाभी की पीठ भैया की तरफ थी. टाइट ब्लू नाइटी में कसा भाभी का बदन भैया को उतेज़ित कर रहा था. जैसे ही उनकी नज़र भाभी की नंगी जांघों और नाइटी के उपर उठने की वजह से दिखाई दे रही पैंटी पे गई तो वो होश गँवा बैठे और जाकर बेड पे चढ़ गये. भैया के बेड पर चढ़ते ही भाभी घूम गई. भाभी कुछ बोलती उस से पहले ही भैया भाभी के उपर लेट गया और भाभी का चेहरा पकड़ कर उनके रसीले होंठों पे अपने होंठ टिका दिए. भैया का एक हाथ अब नाइटी के उपर से भाभी के उरोज मसल्ने लगा. और भैया ने अपना दूसरा हाथ नीचे किया और नाइटी को उपर करके अपना हाथ पैंटी के अंदर डाल कर भाभी के नितंबों को मसल्ने लगे. भाभी उनके नीचे छटपटा रही थी. मैने सोचा अब भाभी कंट्रोल नही कर पाएँगी.
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RE: Sex Story मैं चीज़ बड़ी हूँ मस्त मस्त - by sexstories - 07-03-2018, 12:14 PM

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