RE: Sex Story मैं चीज़ बड़ी हूँ मस्त मस्त
मैने उस रात भाभी की कही बातों को खूब सोचा और आख़िर कार मुझे भाभी की बात ही सही लगने लगी. वैसे भी सिर्फ़ यही एक रास्ता दिखाई दे रहा था मुझे. मैने पूरी रात सोचते-2 गुज़ार दी बस सुबह 4 बजे जाकर मेरी आँख लगी और फिर सुबह भाभी ने मुझे हिलाते हुए उठाया.
करू-गुड मॉर्निंग स्वीतू उठो जल्दी.
मैने आँखें मलते हुए कहा.
मे-गुड मॉर्निंग भाभी.
करू-ये चाइ रखी है पी लेना.
मे-ओके भाभी.
भाभी के जाने के बाद मैं उठ कर वॉशरूम में घुस गयी और फ्रेश होकर बाहर निकली. मैने चाइ पी और रेडी हो गई फिर खाना खाया और मिक्कु का वेट करने लगी. भाभी ने मुझे बेस्ट ऑफ लक कहते हुए कहा कि आज ज़रूर करण को सच्चाई बता देना. मैने भी सोच लिया था कि आज ज़रूर करण को सब कुछ बता दूँगी.
मिक्कु आई और हम दोनो स्कूटी पे निकल पड़े. कॉलेज पहुँच कर हमने पहला लेक्चर. अटेंड किया और फिर मैं और महक कॅंटीन में आकर बैठ गयी. महक ने मुझे छेड़ते हुए कहा.
महक-आख़िरकार करण को जीजू बना ही दिया मेरा.
मे-चल हट तू कुछ भी बोलती है यार.
महक-देख रीतू मुझसे कुछ मत छुपा सॉफ-2 बता कल क्या बात हुई.
मे-मिक्कु क्यूँ परेशान कर रही है.
महक-इसमे परेशानी की क्या बात है. बस मुझे इतना बता दो कि करण मेरा जीजू बन चुका है या नही.
उसकी बात सुनकर मैं मुस्कुराने लगी और मुझे मुस्कुराते देख वो सब समझ गयी.
महक-देखो-2 कैसे शरमा रही है मेडम.
मे-हां मेरी माँ वो तेरा जीजू बन चुका है बस.
महक खुश होते हुए बोली.
महक-यस ये हुई ना बात मैं बहुत खुश हूँ.
मे-तू क्यूँ खुश है.
महक सीरीयस होती हुई बोली.
महक-रीतू मैं सचमुच बहुत खुश हूँ. करण बहुत अच्छा लड़का है और तेरे साथ उसकी जोड़ी पर्फेक्ट है.
मे-क्यूँ तुषार के साथ पर्फेक्ट नही थी.
महक-वो तो एक नंबर. का कमीना था शूकर कर तू बच गयी. मगर अब मैं खुश हूँ मेरी स्वीतू को एकदम सच्चा प्यार मिला है.
मैं उसकी बात सुनकर मुस्कुराने लगी. तभी करण सामने से आता दिखाई दिया और वो हमारे पास आकर मेरे साथ वाली चेर पे बैठ गया.
महक उसके बैठते ही बोली.
महक-जीजू कैसी लगी मेरी स्वीतू.
करण उसकी बात सुनकर चौंक गया और बोला.
करण-क्या मतलब.
महक-मुझे बेवकूफ़ बनाना छोड़ो रीत ने मुझे सब कुछ बता दिया है.
करण-ओह गॉड ये लड़कियाँ कभी अपने अंदर बात छुपा कर नही रख सकती.
मे-ओये काजू ये मेरी बेस्ट फ़्रेंड है इस से मैं कुछ नही छुपाती समझे.
महक-जीजू आपने स्वीतू के बारे में तो बताया नही.
कारण-आपकी स्वीतू अपने नाम की तरह ही स्वीट है.
महक-अच्छा जी लगता है टेस्ट कर चुके हो.
मैने महक को मारते हुए कहा.
मे-चुप कर बदमाश.
महक-अच्छा तो चलो लेक्चर. शुरू होने वाला है.
मे-तू जा मेरा मन नही कर रहा.
महक-क्यूँ क्या हुआ.
मे-तू जा ना यार मुझे करण से कुछ बात करनी है.
महक-ओह्ह्ह्ह फिर तो मुझे जाना ही पड़ेगा.
और महक ने अपना बग उठाया और क्लास की तरफ चली गयी.
उसके जाते ही करण ने मेरा हाथ पकड़ते हुए कहा. -हंजी मॅम बताइए क्या बात करनी है.
मे-यहाँ नही चलो पार्क में चलकर बैठते हैं.
और हम दोनो कॉलेज की पार्क में जाकर एक पेड़ के नीचे बैठ गये.
करण-लो जी अब हम पार्क में भी बैठ गये अब बताओ.
मे-वो करण मैं तुम्हे कुछ बताना चाहती हूँ.
करण-तो बताओ मेरी डार्लिंग.
मे-करण मैं अपने पास्ट के बारे में कुछ बताना चाहती हूँ.
करण ने मेरी जाँघ पे हाथ फेरते हुए कहा.-छोड़ो डार्लिंग पास्ट को अब तो हमे फ्यूचर प्लानिंग करनी है. 10 बच्चे तो मिनिमम पैदा करूँगा मैं.
मैने हंसते हुए उसकी छाती पे मुक्का मारते हुए कहा.
मे-प्लीज़ करण मज़ाक मत करो. मैं सीरियस्ली तुम्हे कुछ बताना चाहती हूँ और शायद वो तुम्हे पसंद भी ना आए. प्लीज़ ध्यान से मेरी बात सुनो.
करण-ऐसी कोन्सि बात है रीत.
मे-करण मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ.
करण-अच्छा सिर्फ़ ये बात थी.
मे-नही करण ये बात नही है. मैने तुमसे मिलने से पहले बहुत ग़लतियाँ की है करण लेकिन अब मैं वो सब कुछ सुधारना चाहती हूँ.
करण-कैसी ग़लतियाँ रीत.
मे-करण तुमसे पहले भी मेरी लाइफ में 2 लड़के आ चुके है और मैने उनके साथ......
और फिर मैने पूरी बात उसे बता दी कि कैसे तुषार और आकाश ने मेरे साथ सब कुछ किया. ये बहुत मुश्क़िल था मगर पता नही मेरे अंदर कैसे हिम्मत आ गयी सब कुछ बोलने की. और आख़िर में मैने उसे कहा.
मे-करण अब मैं वो सब भुला कर तुम्हारे साथ नयी जिंदगी शुरू करना चाहती हूँ. प्लीज़ करण मुझे माफ़ कर देना और मुझे अपना लेना नही तो रीत जिंदा नही रह पाएगी. मैं कहते हुए रोने लगी.
करण मेरी बातें सुनकर बिल्कुल चुप सा हो गया था और एकटक मेरी ओर देख रहा था.
मैने उसकी आँखों में देखकर रोते हुए कहा. मे-प्लीज़ करण कुछ तो बोलो.
आख़िर कार करण ने अपना मूह खोला. उसने मेरा चेहरा अपने हाथों में पकड़ा और अपना फेस मेरे नज़दीक लेकर आने लगा. उसने अपने होंठ मेरी गालों पे बह रहे आँसुओं पे रखे और उन्हे सॉफ करने लगा और फिर अपने चेहरा पीछे हटाते हुए कहा.
करण-मैने पहले भी कहा था कि मेरी डार्लिंग मुझे रोती हुई अच्छी नही लगती.
मे-करण क्या तुमने मुझे माफ़ कर दिया.
करण-देखो रीत यहाँ तक माफी की बात है..............
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