RE: Sex Story मैं चीज़ बड़ी हूँ मस्त मस्त
जैसे ही मैं उसकी तरफ घूमी तो मैने देखा उसकी नज़र मेरे उरोजो को घूर रही थी. मेरी कमीज़ गीली होकर मेरे शरीर से चिपक गई थी और मेरी ब्रा की लाइन उसमे से सॉफ दिखाई दे रही थी. मेरी पिंक ब्रा मेरे गोरे-2 उरोजो के उपर कसी हुई थी. रेहान को वहाँ देखता पाकर मैं शरमा गई और मैने अपना दुपट्टा गले से नीचे करते हुए अपने उरोजो को ढक लिया और घूम कर अपना चेहरा बाहर की ओर कर लिया. रेहान भी मेरी हालत को समझ रहा था. मैने तिरछी निगाह से उसकी तरफ देखा तो वो मेरे नितंबों और साइड से दिख रही मेरी मांसल जाँघ की ओर देख रहा था. मेरी पाजामी मेरी जाँघ के साथ चिपकी हुई थी और नीचे से मेरी पैंटी दिखाई दे रही थी. मैने अपना ध्यान बाँटने के लिए अपना मोबाइल निकाला और मम्मी जी का नंबर मिला दिया.
मम्मी-हेलो रीत बेटी.
मे-जी मम्मी वो हम बारिश में फँसे है मम्मी जी.
मम्मी-कोई बात नही बेटा बारिश के रुकते ही आ जाना.
मे-ओके मम्मी.
मैने मोबाइल अपने पर्स में डाल दिया और घूम कर रेहान की तरफ देखा वो मेरी ओर ही देख रहा था. जैसे ही हमारी नज़र मिली तो उसने मुझे आँख मार दी. मैने भी मुस्कुराते हुए अपना चेहरा दूसरी ओर घूमाते हुए नीचे कर लिया. मैं बाहर की ओर देख रही थी कि मुझे महसूस हुआ की रेहान मेरी तरफ आ रहा है. जैसे ही उसके हाथ मुझे अपने पेट के उपर महसूस हुए तो मैं झट से उसकी तरफ घूम गई और मैं उसे रोकने के लिए कुछ बोलती उस से पहले ही रेहान ने मेरे होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिया. उसने मुझे दीवार के साथ सटा दिया और मेरे होंठों के बीच अपनी जीभ घुसा दी. मैं उसे रोकना चाहती थी मगर उसके हाथों की मज़बूती मुझे उसकी गिरफ़्त से छूटने नही दे रही थी. आख़िर काफ़ी कोशिश के बाद मैने उसे अपने से दूर हटाया और अपनी सांसो को कंट्रोल करते हुए कहा.
मे-रेहान ये तुम क्या कर रहे हो.
मैं वहाँ से खिसकने लगी तो रेहान ने अपनी दोनो बाहें मेरे इर्द-गिर्द दीवार पे रख दी.
मे-देखो रेहान मैं ये सब नही करना चाहती.
रेहान-तो और क्या करना चाहती हो आप.
मे-रेहान मैं मज़ाक नही कर रही.
रेहान-क्यूँ नाटक करती हो भाभी.
कहते हुए रेहान ने फिरसे अपना चेहरा मेरे होंठों की तरफ बढ़ा दिया. मैं अपने होंठों को उसके होंठों से बचाने के लिए उसकी बाहों में ही घूम गई. अब मेरा चेहरा दीवार की तरफ हो गया तो. रेहान ने अपने हाथों से मेरे दोनो नितंबों को पकड़ा और ज़ोर-2 से उन्हे मसल्ने लगा. उसके हाथ नितंबों पे महसूस करते ही मेरा पूरा शरीर मस्ती में झूम उठा मेरी आँखें बंद हो गई थी. मैने एक आख़िरी प्रयास करते हुए कहा.
मे-रेहान प्लीज़ रहने दो ना.
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