RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
तभी मैने सोनिया की तरफ देखा,,,उसका चहरे उदास था,,लेकिन अब वो थोड़ी परेशान भी
थी क्यूकी उसको भी नही पता था मैं क्या बात करने वाला हूँ,,,,वो मुझे सवालिया नज़रो
से देख रही थी,,,,,
बोल ना बेटा क्या ज़रूरी बात करनी है,,,,,डॅड की बात से मेरा ध्यान सोनिया से हटके डॅड
की तरफ गया,,,
डॅड मुझे आपसे मेरे और सोनिया के बारे मे बात करनी है,,,,जब मैने इतना बोला तो डॅड कुछ
सोच मे पड़ गये,,,,लेकिन जैसे ही मैने सोनिया की तरफ देखा उसका मुँह खुला का खुला रह
गया,,,,
हां हां बोलो बेटा क्या बात है तुम्हारी और सोनिया की,,,,कुछ झगड़ा हुआ क्या तुम लोगो मे
इस से पहले मैं कुछ बोलता सोनिया जल्दी से सोफे से उठी और मेरा हाथ पकड़ कर मुझे उपर
की तरफ ले गयी,,,,
सोनिया मेरा हाथ पकड़ कर सीडियों से उपर की तरफ लेके जा रही थी,,लेकिन हम लोगो के
जाते ही डॅड बोलने लगे,,,,अब क्या बात हो गयी इन दोनो की,,,,,लगता है झगड़ा कुछ ज़्यादा
ही बढ़ गया है इनका,,,,
तभी गीता भुआ भी बोल पड़ी,,,हां हां अशोक ऐसा ही लगता है तभी तो उपर चले गये
दोनो अपना झगड़ा सॉल्व करने,,,,,लगता है सोनिया नही चाहती कि उन दोनो के झगड़े मे हम
लोग इन्वॉल्व हो,,,,
अरे भाई बहन का झगड़ा है,,,हम लोगो ने क्यू इन्वॉल्व होना,,,,खुद ही हल करने दो दोनो
को मिलकर,,,,,
मैं सीडियों से इतनी बात सुनता हुआ सोनिया के साथ उपर वाले फ्लोर पर आ गया,,,,,लेकिन वो
वहाँ नही रुकी और मुझे वहाँ से भी उपर छत पर ले गयी,,,,,
छत पर आते ही वो गुस्से मे बोली,,,,,क्या बात करनी है तूने डॅड से हम लोगो के बारे मे
बोल ना,,,चुप क्यूँ है,,,क्या ज़रूरी बात करने वाला था तू डॅड से,,,,
वही बात जो करने से तुम डरती हो,,,,,,तुम्हारी और मेरी बात,,,,हम दोनो के प्यार की बात
तेरा दिमाग़ तो ठीक है ना,,,पागल हो गया है क्या,,,,,हम दोनो भाई बहन है,,,और वैसे
भी वो लोग तेरी और कविता की शादी की बात करने वाले है सूरज भाई से,,,,देखा नही वो
लोग कितने खुश है ,,क्यूँ उनके चहरे से खुशी छीन लेना चाहता है तू,,,,क्या उनको
खुश देखकर तू खुश नहीं ,,,,,,
उनको खुश देखकर मैं खुश हूँ या नही ये तो नही पता लेकिन किसी को उदास देखकर मैं
उदास ज़रूर हूँ,,,,
मेरी बात से सोनिया थोड़ी परेशान हो गयी,,,,,उदास ,,कॉन उदास है,,,,तूने देखा नही सब लोग
कितने खुश है तूने जो जंग शुरू की थी वो तू जीत गया अब तेरी शादी भी हो जाएगी उस
लड़की के साथ जिसको तू प्यार करता है ,,,,फिर भला किसी ने उदास क्यूँ होना,,,,मुझे तो
सब लोग खुश नज़र आ रहे थे नीचे,,,,,
जानता हूँ सब लोग खुश है मेरी और कविता की शादी से,,,,,मैं भी बहुत खुश हूँ कि
मेरी शादी उस लड़की से होने लगी है जिसको मैं प्यार करता हूँ,,,,लेकिन ये सब सुनकर
क्या तुम खुश हो,,,,
मैं ,मैं वो,,,मैं ,,,,,,,,,,,,,सोनिया को कोई बात नही सूझ रही थी,,,,
बोल ना चुप क्यूँ हो गयी,,,,बता क्या तू खुश है मेरी और कविता की शादी की बात सुनके,
हां भाई मैं बहुत खुश हूँ ,,,,उसने चेहरे मेरी तरफ किया और हँसने लगी,,,लेकिन उसकी
आँखों की उदासी उसकी झूठी हँसी से छुप नही सकी थी मेरे सामने,,,,
मैं उसके करीब चला गया,,,,देख मेरी आखों मे और हँसके बोल यही बात कि तू खुश है
मेरी और कविता की शादी से,,,,,,बोला ना,,,
उसने चहरे झुका लिया,,,,बोल ना,,,,अगर तू सच मे मेरे से प्यार करती है तो देख मेरी
आँखों मे और बोल तुझे खुशी है मेरी और कविता की शादी से,,,बोल ना,,,,बोलती क्यूँ नही
तभी उसने सर उठाकर मेरी तरफ देखा और एक हाथ मेरे सर पर भी रख दिया,,,तू आँखों
मे देखकर बोलने की बात कर रहा है मैं तेरी कसम ख़ाके बोलने को तैयार हूँ भाई कि
मैं बहुत खुश हूँ तेरी और कविता की शादी की बात सुनके,,,,उसने ये बात मेरे सर पर
हाथ रखकर बोली तो मैं थोड़ा परेशान हो गया,,,,
मैने देखा था ये मेरी और कविता की शादी की बात से उदास हो जाती थी,लेकिन ये मेरी झूठी
कसम तो नही खा सकती ,,इस बात का भी मुझे यकीन है,,,,
अब हो गयी तसल्ली,,,,चल अब नीचे चल और बोल सबको की कोई ज़रूरी बात नही थी,,,तू
बस ऐसे ही मज़ाक कर रहा था,,,,,उसने मेरा हाथ पकड़ा और नीचे की तरफ चलने लगी
तभी मैने उसको खींच कर अपने करीब कर लिया,,,,और कस कर अपनी बाहों मे जकड लिया
वो एक दम मेरे से चिपक गयी,,,,,तू मेरे सर की झूठी कसम नही खा सकती ये बात तो
मैं मानता हूँ लेकिन तेरी आँखों की उदासी भी झूठी नही थी,,,मैने कयि बार नोट किया
है तू मेरी और कविता की शादी की बात से उदास हो जाती थी,,,,अगर तुझे खुशी है मेरी
और कविता की शादी की तो भला उदासी किस बात की होती है तुझे,,,,,
तभी उसकी आँखों मे हल्के आँसू आ गये,,,,,क्यूकी मैं तेरे से प्यार करती हूँ सन्नी,और
तू कविता से प्यार करता है शादी करने वाला है,,,,,उसके साथ हाथ मे हाथ डालके लोगो के
सामने जाने वाला है,,,,बाहर की दुनिया मे उसके साथ घूमने वाला है,,,,लेकिन मैं,,मैं
तो तेरे साथ बाहर भी नही जा सकती,,,तेरे हाथ मे हाथ डालके लोगो के सामने भी नही
घूम सकती,,,,तेरे साथ शादी भी नही कर सकती,,,इस बात की उदासी है मुझे,,मैं
बस छुप छुप कर लोगो से डर डर कर तुझे प्यार कर सकती हूँ,,तेरे जितनी हिम्मत नही
मेरे मे कि इतने लोगो के सामने माल मे तुझे किस कर सकूँ,,,अपने ही घर वालो को ये
बता सकूँ कि मैं तुझसे प्यार करती हूँ,,,,,नही है मेरे मे इतनी हिम्मत,,,,इतना बोलकर
वो मेरे गले लग्के रोने लगी,,,,,,
मैं उसकी सारी बात समझ गया,,,
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