RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
पहले मैने वो वीडियो प्ले की जिसमे अमित,,सुरेश और उसके दोस्त एक लड़की के साथ ज़बरदस्ती
कर रहे थे ,,उसने कुछ देर वीडियो देखी और हैरान हो गयी फिर बोली,,,,,,,बंद करो इसको
सन्नी मुझसे नही देखा जाता ये सब,,,,,वो थोड़ी उदास हो गयी थी,,,,,और गुस्से मे भी आ
गयी थी
तभी मैने दूसरी वीडियो प्ले की जो मुझे कविता ने दी थी जिसमे सुरेश और अमित अपने जुर्म
क़बूल कर रहे थे,,,,,,वो बड़ा ध्यान लगा कर वो वीडियो देखने लगी और उन लोगो की बातें
सुन-ने लगी,,,,,,,जब वीडियो ख़तम हुई तो वो गुस्से से बोली,,,,,
इन लोगो को मैं नही छोड़ने वाली,,,,,जैसा बाप वैसा बेटा,,,,,इन लोगो को फाँसी की सज़ा
दिलवाउंगी मैं सन्नी,.,,,,,और इनके बाप की तो ऐसी हालत करूँगी कि रास्ते पर भीख माँगने
पर मजबूर हो जाएँगे वो लोग,,,,,,
इतना बोलकर मधु ने अपना फोन लिया और किसी को कॉल करने लगी,,,,,,मैं ज़्यादा तो नही
सुन सका लेकिन इतना पता चल गया कि वो मंत्री जी से बात कर रही थी,,,,,,कुछ देर बात
करने के बाद वो मेरे पास आ गयी,,,,,,,
मेरी मंत्री जी से बात हो गयी है सन्नी,,,,,वो सारा इंतेज़ाम कर देंगे,,मैने उनको सब
बता दिया और ये भी बता दिया कि मैने वो वीडियोस देख ली है,,,,उन्होने भी किसी जज का
बंदोबस्त कर लिया है जो इस केस की सुनवाई करेगा,,,,,,
मैने जब जज का नाम सुना तो खुश हो गया क्यूकी ये जज बहुत अच्छा आदमी था कभी कोई
ग़लत फेंसला नही सुनाया था कभी,,,इसकी फेंसले को तो सुप्रीम कोर्ट और हाइ कोर्ट भी मना
नही कर सकती थी,,,,,
अब बस सन्नी तुमको और ख़ान को अपना काम करना है और सेठी के बेटे और उसके दोस्तो को कोर्ट
रूम तक लेके आना है,,,बाकी आगे का काम हम लोग संभाल लेंगे,,,,,अब उन लोगो को कोर्ट
रूम तक कैसे लेके आना है ये तुम जानते हो या ख़ान जानता है,,,
जी मैं समझ गया ,,,,हम लोग जल्दी ही अपना काम शुरू कर देते है उन लोगो को कोर्टरूम
तक लेके आने का,,
अच्छा मधु मेडम अब मैं चलता हूँ ,,,मैने लॅपटॉप से पेनड्राइव निकाली और पॉकेट मे डाल
ली क्यूकी मैं पेनड्राइव मधु को नही दे सकता था,,,,जो भी था ये मेरी हेल्प कर रही थी
लेकिन फिर भी मैं इसका यकीन नही कर सकता था,,,
मेरी इस हरकत से वो थोड़ी खुश हो गयी,,,,,,अरे अरे इतनी भी क्या जल्दी है बैठो कुछ
देर,,,,और वैसे भी तुमने मुझे मेरा इनाम नही दिया अभी तक तुम्हारी हेल्प करने का,,,
इनाम कैसा इनाम,,,,,मैं कुछ समझा नही मधु मेडम,,,,,
मैं तुम्हारी हेल्प करूँगी तो मुझे भी इनाम मिलना चाहिए ना बदले मे,,,,अब तुम अमित को
सज़ा दिलवा दोगे तो तुम्हारा फ़ायदा होगा लेकिन इस सब मे मेरा फ़ायदा कहाँ होगा,,,,
आपका भी तो फ़ायदा है ना इसमे मधु मेडम,,,,,सेठी की कुर्सी गयी तो नेक्स्ट एलेक्षन मे आपकी
पार्टी जीत जाएगी वैसे भी एलेक्षन नज़दीक है,,,,आपके मंत्री जी को कुर्सी मिल जाएगी तो
आपको भी फ़ायदा होगा ना,,,,,
वो तो पार्टी का फ़ायदा होगा सन्नी इसमे मेरा क्या फ़ायदा,,,,मुझे तो कुछ और ही फ़ायदा करना है
उसने इतना बोला और हँसने लगी,,,,,
मैं कुछ नही समझ आ रहा आप क्या बोल रही हो मधु मेडम,,,,
अरे बुद्धू मुझे वो फ़ायदा चाहिए जो फ़ायदा तूने पायल को बार के मेन'स टाय्लेट मे दिया था
और उसके बाद उसके फार्महाउस पर,,,,,
मधु के मुँह से पायल का नाम सुनके मैं थोड़ा हैरान हो गया,,,,आप कैसे जानती हो पायल
भाभी को,,,,,
मैं पायल को अच्छी तरह जानती हूँ ,,,हम दोनो कॉलेज की फ्रेंड है,,,,जब मैने उसको
ख़ान के फोन के बारे मे बताया तो उसने भी मुझे ख़ान की हेल्प करने को बोला लेकिन जैसे
ही मैने तुम्हारा नाम लिया वो खुश हो गयी,,,,फिर उसने मुझे सब कुछ बता दिया,,कैसे
तुम उसके फूफा जी की बेटी रितिका की शादी करवाई अपने दोस्त करण के साथ और कैसे तुमने
उसको खुश किया मेन,स टाय्लेट मे और फिर उसके फार्म हाउस पर,,,,अब मुझे भी वही सब
चाहिए जो तुमने पायल को दिया है,,,,,तभी मेरा कुछ फ़ायदा होगा तुम्हारी हेल्प करने का
लेकिन मैं वो,,,,मैं,,,,,मैने अभी बोलना ही शुरू किया कि उसने अपने टॉप को एक ही झटके
मे अपने जिस्म से अलग कर दिया,,,,,मैं तो देखकर हैरान रह गया,,,उसने नीचे ब्रा नही
पहनी हुई थी लेकिन फिर भी उसके बूब्स एक दम टाइट थे और ज़रा भी धल्के नही थे
मुझे अपने बूब्स की तरफ घूरते देख वो बोली,,,,,,,,,,अब दूर से देखते ही रहोगे या
कुछ करोगे भी,,,,,,मैं कुछ नही बोला बस उसके बूब्स को देखता गया उसने जल्दी से मेरा
हाथ पकड़ा और मुझे सोफे पर खींच लिया और मेरे बैठते ही उसने जल्दी से मेरी पेंट की
ज़िप खोल दी और खुद को घुटनो के बल सोफे पर बिठा कर अपने सर को मेरे लंड के उपर कर
लिया,,,,मेरा लंड जो अभी आधा खड़ा हो गया था उसके बूब्स देख कर वो एक ही पल मे उसके
हाथ के टच से झटके मारने लगा,,,,,
ओह्ह्ह माइयैयीई गूवूऊवाय्ड्ड्ड,,,,,,,,पायल ठीक कहती थी,,,तेरा मूसल इंसान का नही किसी
घोड़े या गधे का लगता है,,,,,आज तो मेरी चाँदी हो गयी,,,आज तक कभी इतना बड़ा मूसल
नही देखा रियल मे,,,,,इतना बोलकर उसने एक ही बार मे मेरे 3 इंच लंड को मुँह मे भर लिया
मैं इस सब क लिए तैयार नही था,,,,उसने सब कुछ बड़ी जल्दी जल्दी किया था लेकिन अब जब
मेरा लंड उसके मुँह मे चला गया और उसने अपने सर को उपर नीचे करके मेरे लंड को चूसना
शुरू कर दिया तो मेरे से भी रहा नही गया,,,,मेरा हाथ भी उसकी पीठ पर चला गया और
मैने उसकी पीठ को सहलाना शुरू कर दिया,,,लेकिन तभी उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी
चूत के करीब कर दिया,,,,मैने भी अपने हाथ से उसकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया
उसकी चूत अब तक बहुत गीली हो चुकी थी और मेरा हाथ उसकी चूत के पानी से भीगने लगा
था ,,,मैने अपने हाथ की उंगलियों को उसके चूत के पानी से लपलप भीगो लिया और जल्दी
से 2 उंगलियाँ उसकी चूत मे घुसा दी और हल्के हल्के उसकी चूत को चोदने लगा,,,,
वो सोफे पर घुटनो के बल झुक कर अपने गान्ड को हवा मे उठा कर अपने सर को मेरे लंड
पर झुका कर मेरे लंड को चूस रही थी और मेरा हाथ उसकी चूत पर था और मैं उसकी
चूत को अपनी 2 उंगलियों से चोद रहा था,,,,,उसको लंड चूसने का बहुत तजुर्बा था क्यूकी
वो मेरे आधे से भी ज़्यादा लंड को मुँह मे लेके चूस रही थी,,,,उसके मुँह से थूक निकल
कर मेरे लंड से बहता हुआ मेरी पेंट पर गिरने लगा इस से पहले पेंट गीली होती मैने
अपने एक हाथ से पेंट का बटन खोल दिया और अपनी गान्ड को सोफे से उठाकर पेंट को नीचे
करके अपने घुटनो के करीब कर दिया,,,,उसने भी मेरा साथ दिया और मेरी पेंट को नीचे कर
दिया जिस से मेरी पेंट मेरे पैरो के पास ज़मीन पर इकट्ठा हो गयी,,,,मैने अपने पैर हिला
हिला कर अपने जूते निकाल दिए जिस से मेरी पेंट भी निकल गयी और मेरा नीचे का जिस्म नंगा
हो गया,,,,,,
काफ़ी टाइम वो मेरे लंड को चुस्ती रही और मैं उसकी चूत मे उंगली करता रहा,,,फिर वो उठी
और अपनी चूत को मेरे पास करके चेहरे दूसरी तरफ कर लिया,,,मैने भी कोई देर नही की
और जल्दी से सोफे से उठकर ज़मीन पर खड़ा हो गया और अपने लंड को पकड़ कर उसकी चूत
पर रखा और एक ही झटके मे अपना पूरा लंड घुसा दिया उसकी चूत मे,,,,अहह हयी
रीई कित्न्नाअ बाद्दा हाई तीराअ सिईध्हा बच्चेदानी फिर चोत्त कार्रत्ता हाईईईईई
मेरा लंड उसकी चूत मे एक ही बार मे पूरा घुस गया था,,,काफ़ी खुली चूत थी उसकी,लगता
है काफ़ी लंड लेती होगी,,,,,,
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