RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
अभी तो याद नही लेकिन तुम लोगो के कॉलेज के बिगड़े हुए लड़के थे वो,हर कोई डरता था उन से,,,,,,,,कोई उनका नाम नही
लेता था यहाँ तक कि प्रिन्सिपल भी नही,,,,,
ऐसे तो 2 ही लड़के है सर,,,,,,,,,,,,एक तो अमित ऑर दूसरा सुरेश,,,,,,,,,,,,,,,,
हां बेटा बिल्कुल सही,,,यही नाम था उनका,,,,,,,,,,,मैने देखा कि इनस्पेक्टर ख़ान की आँखों मे खून उतर आया था उनका
नाम सुनके,,,,,,,,,तुम कुछ जानते हो उनके बारे मे या उन लड़कियों के बारे मे,,,,,अगर जतने हो तो बोलो,,,,,,,मैं वापिस इस
सहर मे आ गया हूँ,अगर तुम जानते हो तो बताओ मुझे,,,,,हो सकता है मैं तुम्हारी हेल्प से उन फाइल्स को री-ओपन कर सकूँ,,,
री-ओपन करके क्या होगा ख़ान सर,,,,,,बहुत पोलीस वाले आए ओर गये,कोई कुछ नही कर सका,,,,,,,हर कोई दवाब मे आके या तो नोकरी छोड़ जाता है या शहर छोड़ जाता है,,,,,,,,,,अभी कुछ दिन पहले भी उनलोगो ने एक लड़के को बहुत मारा था,,,,पोलीस भी आई थी ,लेकिन कुछ नही हुआ ,जब प्रिन्सिपल से पता चला कि वो लोग किसके बेटे है तो पोलीस ने कुछ नही किया ऑर चुप चाप वहाँ से चली गई,,,,अगर मैं आपकी हेल्प करूँगा तो क्या गारंटी की आप उन लोगो को उनके किए कि सज़ा दोगे ,,अगर आप फिर से डर कर भाग गये तो,,,,
मेरे ऐसा बोलते ही सूरज मुझे घूर्ने लगा ऑर चुप रहने को बोलने लगा,,,,
लेकिन मैं चुप नही किया क्यूकी मेरी आँखों मे भी खून था गर्मी थी एक जुनून था ,मैं भी उनलोगो को उनके किए की
सज़ा देना चाहता था,,,,,,,,,,,,,,
तुम ठीक कह रह हो सन्नी बेटा,,,,हो सकता है पोलीस उन लोगो से डर जाए उनके दवाब मे आ जाए,,,,,,,लेकिन ये मत भूलो कि मैं एक मुसलमान हूँ अपने वादे का पक्का हूँ,,,,,,,,वादे के लिए जान भी दे सकता हूँ,,,,,ऑर रही बात अपनी बात से
मुकरने की तो एक पोलीस वाला होने की खातिर मैं डर के पीछे हट भी सकता हूँ लेकिन एक भाई होने की खातिर मैं उनलोगो को जब तक उनके किए की सज़ा नही दूँगा तब तक मेरी बेहन की रूह को चैन नही मिलना,,,,,,ये सब बोलते टाइम इनस्पेक्टर ख़ान अपने दाँतों को मसल रहा था ऑर उसकी आँखों मे खून उतर आया था,,,,,,,,,,,,,,
मैं ये सब सुनकर एक दम से खामोश हो गया,,,,,,,,क्या उनमे से एक लड़की आपकी बेहन थी,,,,मैने बड़े उदास स्वर मे
पूछा तो ख़ान साहब की आँखें नम हो गई,,,,,,,,,,
हां सन्नी बेटा,,,इसलिए तो बोल रहा हूँ कि अगर तुम कुछ जानते हो तो मुझे बता दो,,,,,,मैं वादा करता हूँ उनलोगो का
वो हाल करूँगा कि उनकी रूह तक काँप उठेगी ,,,,
ऐसी बात है तो ठीक है ख़ान सर,,,,,मैं आपका साथ हूँ,,,,,,मुझे पता है उन लोगो तक कैसे पहुँचना है,,,,,आप बस
मुझे कुछ दिन की मोहलत दीजिए,,,,मैं उनके खिलाफ पक्के सबूत दे दूँगा आपको,,,,,
मेरी बात सुनके ख़ान साहब खुस हो गये,,,,अगर तूने ऐसा कुछ कर दिया तो ये ख़ान तेरा एहसान जिंदगी भर नही भूलेगा
सन्नी,,,,,,,ख़ान साहब ने मेरा हाथ पकड़ा ऑर चूम कर अपनी आँखों से लगा लिया,,,,,
मैने उनसे वादा किया कि ये पंजाबी भी आपका साथ ज़रूर देगा ख़ान साहब ,,,उन लोगो को उनके किए की सज़ा ज़रूर मिलेगी,,
मैं वहाँ से उठा ओर सूरज भाई का बॉक्स वही टेबल पर रखा ऑर वहाँ से चला गया,,,मैं बहुत गुस्से मे था ,,,क्यूकी मैं
अभी उस बेहन के भाई से मिला था जिसके साथ अमित ऑर सुरेश ने कुत्तों जैसी हरकत की थी,,,,मेरा खून खौल रहा था
मैं अभी सूरज एक ऑफीस से बाहर ही निकला था कि पीछे से आवाज़ आई,,,,,,रूको सन्नी ,,,,,,,,,
मैने पीछे मूड कर देखा तो ख़ान साहब मेरे पीछे ही आ रहे थे,,,,,,,,,,,,,,ज़रा बात सुनो सन्नी,,,,,,,,
वो मेरे पास आए ऑर मेरे शोल्डर पर हाथ रखके मुझे एक साइड पर ले गये,,,,,,
देखो सन्नी ,,,,,मैं एक पोलीस वाला हूँ लोगो की आँखें रीड कर लेता हूँ,,,,,,मुझे तेरी आँखों मे एक जुनून नज़र
आया है,मुझे लगता है उन लोगो ने तेरे साथ भी ज़रूर कुछ किया है या तेरे किसी चाहने वाले के साथ ऑर जितने विश्वास से तू बोल रहा है मुझे सबूत देने के लिए तो मुझे लगता है तेरे पास कुछ ना कुछ खबर तो है,,,,,सच बोलना सन्नी,,
ख़ान साहब की आँखों मे एक उम्मीद थी,,,,सच की उम्मीद,,,,,,,,,
अपने सही सोचा ख़ान साहब,,,,,,,मेरे पास कुछ ऐसा है कि जो आपको दे दूँगा तो ओं लोगो की फाँसी पकई है,,,,,,,
क्या है सन्नी अभी दो मुझे जल्दी,,,,,,,,,,,,,ख़ान साहब पूरे जोश मे बोले,,,,
नही ख़ान साहब ऐसे नही,,,,,,,,,,ऐसे सब गड़बड़ हो सकता है,,,मेरे पास एक प्लान है,,,,,,,,,,,जो कितना कामयाब होगा ये
डिपेंड करता है सुरेश अमित ऑर उनके एक दोस्त सुमित पर,,,,मैने सारी बात ख़ान साहब को बता दी,,,,सीडीज़ के बारे मे भी
ख़ान साहब की आँखों मे गुस्सा इतना ज़्यादा था कि उनका बस चलता तो अभी अमित ऑर सुरेश को गोली मार देते,,,,
तुम्हारे पास वो सीडीज़ कैसे आई सन्नी,,,,,,,,,,ख़ान साहब ने मेरे से पूछा,,,,
तो मैने शुरू से लेके सारी बात बता दी ख़ान साहब को,,,,,,करण क़ी बेहन शिखा के साथ जो हुआ ऑर कहाँ हुआ,,,ऑर सीडीज़ के बारे मे भी बता दिया,,,,,
मेरे पास एक प्लान है ख़ान साहब जिस से साँप भी मर जाएगा ऑर लाठी भी नही टूटेगी लेकिन वो प्लान कामयाब होगा उन्ही लोगो की वजह से ,,,,अमित ऑर सुरेश की वजह से,,,,,,,,,,,बस तब तक हमे थोड़ा वेट करना होगा,,,,,
मैं समझ सकता हूँ सन्नी,,,,,,,,,इतना टाइम वेट किया तो थोड़ा ऑर सही ,,अब मैं भी तेरे साथ हूँ ,,,कुछ काम हो तो
मुझे याद करना,,,,,ये ख़ान दोस्ती के लिए कुछ भी करने को तैयार रहता है,,,,,इतना बोलकर ख़ान साहब अपने पोलीस वाले
अंदाज़ के साथ वहाँ से चले गये लेकिन उनकी आँखों मे पोलीस वाला गुस्सा नही था एक भाई वाला गुस्सा था,,,
|