RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
अभी मैं कुछ सोच ही रहा था कि तभी मेरे लंड को निक्केर के उपर से माँ ने मसलना शुरू कर दिया,,,,,मैं भी एक दम से मस्ती मे आने लगा ऑर जल्दी ही अपने कपड़े निकालने लगा ,,,,,कुछ देर मे हम तीनो बेड पर नंगे थे,,,,माँ बीच मे थी जबकि मैं ऑर मामा माँ के दोनो तरफ लेटे हुए थे,,,,मैं माँ के एक बूब्स को चूस रहा था ऑर मामा दूसरे बूब को ,,माँ हम दोनो के लंड को हाथ मे लेके प्यार से मसल रही थी ,,,मामा के हाथ माँ की चूत की तरफ गया लेकिन तभी मेरा हाथ भी माँ की चूत पर चला गया तो मामा ने जल्दी से माँ की टाँग को उपर उठा कर पीछे की तरफ मोड़ दिया जिस से माँ की गान्ड थोड़ी उपर की तरफ हो गई ऑर मामा ने अपने हाथ पर थूक लगा कर अपने हाथ को माँ की गान्ड पर रखा ऑर शायद 2 उंगलियाँ माँ की गान्ड मे घुसा दी,,,तब तक मेरी 2 उंगलियाँ माँ की चूत मे अंदर बाहर होने लगी थी,,,,माँ की चूत ऑर गान्ड मे उंगलियाँ अंदर बाहर होने से माँ को मस्ती कुछ ज़्यादा ही छोड़ने लगी थी ऑर उसी मस्ती मे माँ के हाथों की स्पीड थोड़ी तेज हो गई थी मेरे ऑर मामा के लंड पर,,,हम दोनो के लंड पूरी ओकात मे सर उठा कर खड़े हुए
थे ,,,,मामा तो मस्ती लेटा हुआ माँ के एक बूब को चूस रहा था ऑर माँ की गान्ड मे आराम से उंगली कर रहा था लेकिन मेरा हाथ माँ की चूत पर कुछ ज़्यादा ही तेज़ी से चल रहा था मेरे से अब ऑर ज़्यादा इंतजार नही हो रहा था ,,,,,माँ की एक टाँग तो मामा के हाथ मे थी ऑर मामा ने उस टाँग को उपर उठा कर माँ के सर की तरफ मोड़ दिया था मैने भी जल्दी से अपने हाथ को माँ की चूत से निकाला ऑर माँ की दूसरी टाँग को पकड़ कर उसको भी उठाकर माँ के सर की तरफ मोड़ दिया जिस से माँ की गान्ड थोड़ी ऑर उपर की तरफ हो गई ऑर मैने जल्दी से आगे की तरफ खिसक कर अपने लंड को माँ की गान्ड की तरफ बढ़ा दिया मेरे ऐसा करते ही मामा ने अपनी उंगलियाँ माँ की गान्ड से निकाल ली ऑर हाथ को माँ की चूत पर रख दिया,,,,,,,,,,
अरे रुक ना बेटा,इतनी भी क्या जल्दी है पहले शोभा को तो आने दे फिर मिलकर मस्ती करेंगे सब लोग,,,,,थोड़ा सबर कर अभी,,,
माँ मुझे रुकने को बोल रही थी लेकिन मेरे से सब्र नही हो रहा था जब माँ ने देखा कि अब मैं नही रुकने वाला तो माँ ने मेरे लंड को अपने हाथ से अलग कर दिया ऑर मैं तेज़ी से माँ की गान्ड की ओर ज़्यादा करीब हो गया ऑर अपने हाथ पर थूक लगा कर लंड की टोपी पर लगा लिया ऑर लंड को गान्ड पर रख दिया लेकिन जैसे ही मैने आगे होके लंड को गान्ड मे डालना चाहा तो माँ भी खिसक कर उपर हो गई ऑर मुझे लंड गान्ड मे नही डालने दिया,,,,,,,,मैने माँ की तरफ देखा तो माँ हँसने लगी,,,,,माँ की इस बात से मामा भी थोड़ा हँसने लगा लेकिन मेरे से बर्दाश्त नही हो रहा था तो मैने फिर से माँ की गान्ड पर लंड रखा ऑर अंदर डालने लगा ,,,,,,,
माँ फिर थोड़ा उपर खिसक गई,,,,,,,,,अभी रुकजा थोड़ी देर इतनी भी क्या जल्दी है तुझे शोभा को आने दे फिर मिलकर मस्ती करते है,,,,कुछ देर सबर नही कर सकता क्या इतनी खुजली हो रही है लंड पर,,,,
हाँ माँ बहुत खुजली हो रही है अब सबर नही होता ,,अब डालने दो लंड को गान्ड मे ,,इतना बोलकर मैं फिर आगे हुआ तो लंड पहले से गान्ड के होल पर टिका हुआ था ,,लंड पर मेरा थूक लगा हुआ था ऑर माँ की चूत मे उंगली करने से आई मस्ती की वजह से थोड़ा पानी निकला था जो बहता हुआ माँ की गान्ड पर लग गया था जिस से गान्ड का होल ऑर भी ज़्यादा चिकना हो गया मेरे आगे होते ही लंड एक दम सरक कर माँ की गान्ड मे घुस्स गया ,,,माँ ने उपर होने की कोशिश की थी लेकिन मैने माँ के शोल्डर को कस्के पकड़ लिया था जिस से माँ उपर की तरफ नही खिसक सकी
ऑर लंड माँ की गान्ड मे घुस गया,,,लंड अंदर घुसते ही माँ की अह्ह्ह्ह निकल गई ,,,,
क्यू माँ मज़ा आया ना,,,मैने हँसते हुए बोला,,,,,अब बोलो लंड अंदर रहने दूं या बाहर निकाल लूँ,,,,मैने हल्के से लंड को अंदर बाहर करते हुए बोला तो माँ के मुँह से कोई अल्फ़ाज़ नही निकला बस माँ हल्की हल्की सिसकियाँ लेने लगी,,,,,,अहह उहह हयययययययययययईई
माँ की सिसकियाँ मामा पर भी असर कर गई इसलिए मामा जल्दी से उठकर बैठ गया ऑर पल भर मे मामा ने अपने खड़े लंड को माँ के मुँह के करीब कर दिया,,सिसकियाँ लेने की वजह से माँ का मुँह थोड़ा खुला हुआ था लेकिन गान्ड मे लंड जाने की मस्ती मे ऑर मुँह के करीब मामा के लंड के एहसास ने माँ को ऑर भी ज़्यादा मस्त कर दिया जिस वजह से माँ का मुँह थोड़ा ज़्यादा खुल गया ऑर मामा ने लंड को आगे करते हुए माँ के मुँह मे घुसा दिया ,,,माँ का सर बेड की लास्ट मे पिल्लो के उपर था जिस वजह से माँ का सर थोड़ा उपर उठा हुआ था मामा के लिए ये सही मोका था मामा ने लंड अंदर घुसते ही माँ के सर को हाथ मे पकड़ा ऑर तेज़ी से माँ के मुँह को चोदने लगा माँ भी अब तक मस्ती की लहर
मे बहती चली गई ऑर उससी मस्ती मे अपने सर को मामा के लंड पर आगे पीछे करने लगी,,,,
मैने भी खुद को थोड़ा अड्जस्ट किया ऑर माँ की दोनो टाँगों को अपनी तरफ मूड कर माँ के सर की तरफ उपर उठा दिया ऑर उन्ही टाँगों से नीचेसे अपने हाथ को माँ के बूब्स की तरफ कर दिया,,,अब मेरा एक हाथ माँ के शोल्डर पर था ओर दूसरा हाथ माँ की टाँगों को पकड़े हुआ माँ के बूब्स पर था ,,मैने माँ के शोल्डर पर कस्के पकड़ बना ली ऑर तेज़ी से माँ की गान्ड मारने लगा साथ साथ ज़ोर ज़ोर से माँ के बूब्स को मसल्ने लगा ,,,तभी मामा का भी एक हाथ माँ के बूब्स पर आ गया तो मैने भी दूसरे बूब्स पर क़ब्ज़ा कर लिया ,,मैं ऑर मामा अपने एक एक हाथ से माँ के एक एक बूब को मसल रहे थे,,मामा का लंड माँ के मुँह मे पूरा अंदर तक घुसता हुआ तेज़ी से आगे पीछे हो रहा था जबकि मेरा लंड माँ
की गान्ड मे जड़ तक घुसता हुआ तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था,,,माँ की मस्ती कुछ ज़्यादा हो गई थी इसलिए मुँह मे लंड होने का बावजूद माँ की सिसकियाँ काफ़ी तेज़ी से निकल रही थी,,,,
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