RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
रवि अपनी दीदी की एक चुचि को अपने हाथो मे भर कर उसे धीरे धीरे दबाने लगता है, अलका उसका हाथ हटाने की
कोशिश करती है लेकिन उसके हाथ मे कोई ज़ोर नही रहता है, रवि अलका के गालो को चूमता हुआ उसकी चुचि को मसल्ने
लगता है,
अलका- रवि प्लीज़ ठीक से बैठो,
रवि- दीदी तुम अपना ध्यान मूवी मे लगाओ, रवि अलका की जाँघो को जीन्स के उपर से सहलाता हुआ दीदी ऐसे टाइम पर तुम्हे स्कर्ट पहन कर आना चाहिए था,
अलका रवि को घूर कर देखती हुई, हाँ ताकि तुम मुझे यहीं नंगी कर सकते,
रवि-यू आर राइट दीदी, यू आर सो स्मार्ट, इसी लिए तो मैं तुमसे इतना प्यार करता हूँ,
अलका-रवि तुझे ऐश्वर्या पसंद है,
रवि- नही,
अलका- तो फिर तुझे कॉन सी हेरोइन पसंद है,
रवि- जो मेरे पास बैठी है,
अलका- हल्के से स्माइल करती हुई, तुझसे बातों में कोई नही जीत सकता,
रवि-दीदी एक बात पुछु,
अलका- क्या,
रवि-दीदी क्या आज रात हम साथ नही सो सकते,
अलका- नही,
रवि- दीदी तुम इतना नखरा क्यो करती हो,
अलका- मेरी मर्ज़ी,
रवि=दीदी एक बार मुझे अपनी ये दिखा दो ना अलका की चूत को जीन्स के उपर से दबाता हुआ,
अलका उसका हाथ हटाते हुए रवि तू मार खाएगा,
रवि अलका की चुची को दबाता हुआ दीदी बस एक बार दिखा दो फिर चाहे मुझे कितना ही मार लेना, अलका रवि चुपचाप बैठो मुझे मूवी देखने दो,
रवि -अलका का मूह पकड़ कर उसके होंठ चूम लेता है, दीदी जब इतना मस्त माल किसी लड़के के पास बैठा हो तो वह चुप
कैसे बैठ सकता है,
अलका बिगड़ते हुए रवि तू अपनी दीदी के लिए कैसे शब्दो का इस्तेमाल कर रहा है,
रवि- सॉरी दीदी, पर जब तुम जैसी हुस्न की मालिका मेरे पास होती है तो मैं बेकाबू हो जाता हूँ,
अलका उसकी ओर मुस्कुरा कर देखते हुए, तू कभी नही सुधर सकता,
पूरी पिक्चर में रवि अलका की चुचियाँ मसलता रहा और अलका चुपचाप बैठी मज़ा लेती हुई मूवी देखती रही, मूवी
ख़तम होने के बाद दोनो अपने घर आ गये, रात को अलका अपने रूम मे लेटी हुई किताब पढ़ रही थी .
रति और बिरजू टीवी देख रहे थे, बिरजू अपनी बेहन के बगल मे बैठा हुआ अपनी बेहन की मोटी मोटी जाँघो को मसल रहा था,
बिरजू-बेहन आज बहुत मन कर रहा है,
रति- ,भैया घर पर अलका है यह सब यहाँ ठीक नही,
बिरजू- अलका तो हमेशा ही घर पर रहती है, फिर हम क्या करे,
रति-भैया कल सोचेगे क्या करना है,
बिरजू- थोड़ा सा दूध तो दबाने दो,
रति-भैया समझा करो रवि. अलका किसी भी वक़्त आ सकते है,
बिरजू- यार बहुत दिक्कत है
बिरजू उठ कर रूम की तरफ जाने लगता है और रति को देखते हुए जब बच्चे सो जाए तो आ जाना तेरी नंगी कर के गान्ड
मारनी है....
रति- मुस्कराते हुए तो अभी तक क्या कपड़े पहना कर मारते थे....
और उधर उपर ,अलका ने स्कर्ट और टीशर्ट पहना हुआ था और अपनी अलमारी मे कपड़े रख रही थी, रवि चुपके से जाकर अलका को पीछे से पकड़ लेता है,
अलका-रवि छोड़ ये क्या कर रहा है,
रवि-दीदी ये हुई ना बात,
अलका- चोन्क्ते हुए कॉन सी बात
रवि- दीदी आज अपने सही कपड़े पहने है,
अलका- अपने आप को रवि से छुड़ाकर बेड पर बैठते हुए रवि तू तो ऐसी बात कर रहा है जैसे मैं ये कपड़े पहली बार पहन रही हूँ, दीदी जब से मैने तुम्हे चाहा है तब से तो तुम बिल्कुल ही इन कपड़ो को भूल गई थी आज कितने दिनो बाद आपने स्कर्ट को -----उसकी स्कर्ट को जाँघो तक उठाते हुए .....ये स्कर्ट पहनी है,
अलका- अपनी स्कर्ट को उसके हाथो से छुड़ा कर नीचे करती हुई रवि तू भी ना जब देखो तुझे एक ही बात सूझती है, क्यो आया है तू यहाँ,
रवि- लो भूल गई आपने ही तो मुझे कहा था कि रवि रात को मेरे कमरे मे आना मैं तुझे पूरी नंगी होकर दिखाउंगी,
अलका उसको मारते हुए
मैने कब कहा झूठे कही के, जा यहाँ से,
रवि- दीदी अभी आया हूँ और अभी भागने लगी, थोड़ी देर तो बैठने दो पता नही तुम्हे क्या हो गया है .
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