RE: Antarvasna Sex kahani जीवन एक संघर्ष है
4 चार हो चुके थे आज बी पी सिंह इंडिया मतलब घर आ रहे थे, सभी लोग बहुत खुश थे।
रेखा और संध्या रसोई में मनपसंद खाना बना रही थी, रेखा सबसे ज्यादा खुश थी क्यूंकि उसकी चूत में चुदवाने की हवस बढ़ चुकी थी,रेखा की चूत भी अब ठीक हो चुकी थी, आज रेखा जी भर के चुदवाना चाहती थी,लेकिन संध्या भी साथ में है,वो भी उनकी पत्नी है,बराबर की हकदार है,दोनों की चुदाई एक साथ कैसे हो सकती है यही सोच रही थी । इधर संध्या सूरज से चुदने के लिए बेकरार थी उसे बीपी सिंह में कोई इंट्रेस्ट नहीं था, आज चार दिन से संध्या ने सूरज का लंड नहीं लिया था, और यह हाल लगभग पूनम तान्या तनु तीनो का यही हाल था ।सब सूरज से चुदना चाहती थी बस पतिवृथा नारी रेखा को छोड़ कर।
वो वक़्त भी आ जाता है जब सूरज बीपी सिंह को एअरपोर्ट से रिसीव करके घर ले आता है ।
रेखा और संध्या दोनों बीपी सिंह के गले लग जाती है,
रेखा-"आप कैसे हो"
बीपी सिंह-"में ठीक हूँ रेखा,मुझे तो लगा था में अकेले ही तड़प तड़प कर मर जाऊँगा,सूरज की बजह से मुझे दोबारा एक नई जिंदगी मिल गई"
बीपी सिंह संध्या के आगे हाँथ जोड़ता है।
बीपी सिंह-"संध्या तुमने मुझे माफ़ कर दिया अब में बहुत खुश हूँ,मुझे मेरा परिवार मिल गया" संध्या गले लग जाती है।
बीपी सिंह की आँखों में आंसू आ जाते हैं, पूनम और तनु भी अपने पापा के गले लग जाती हैं, इस प्रकार फेमिली ड्रामा सुबह से लेकर शाम तक चला, सभी लोग बैठ कर खाना खाते हैं,और बहुत सारी बाते करते हैं ।
अब रात में सोने की तयारी होती है, बीपी सिंह अपने कमरे में जाता हैं जहाँ संध्या और रेखा सोती थी । संध्या रेखा के पास आकर कहती है ।
संध्या-",दीदी आप उनके साथ सो जाओ,में सूरज के रूम में सो जाती हूँ"
रेखा-"दीदी आप सो जाओ,में कहीं और सो जाउंगी"
संध्या-"नहीं दीदी आप ही जाओ, और हाँ ज्यादा तेज आवाज़े मत निकालना, बरना मेरी हालात ख़राब हो जाएगी"
रेखा-"मतलब समझी नहीं"
संध्या-" दीदी वो सेक्स आराम से करना"रेखा शर्मा जाती है।
रेखा-"तो आप ही चली जाओ"
संध्या-"नहीं दीदी आप ही जाओ"यह कह कर संध्या रेखा को भेज देती है और खुद सूरज के कमरे में आकर अपनी मेक्सी उतार कर नंगी हो जाती है और सूरज से लिपट कर लेट जाती है ।
सूरज-"क्या हुआ माँ,आज आप पापा के पास नहीं गई",
संध्या-"मुझे तो सिर्फ तू चाहिए,मेरी चूत में सिर्फ तेरा ही लंड घुसेगा और किसी का नहीं",संध्या सूरज का लोअर उतार कर मुह में लेकर चूसने लगती है, सूरज भी चार दिन से चूत का प्यासा था, सूरज और संध्या 69 की पोजीसन में आकर एक दूसरे का अंग चाटने चूसने लगते हैं, संध्या सूरज के ऊपर लेट कर मुह में लंड डालकर चुस्ती है और सूरज के मुह पर संध्या की चूत थी,सूरज अपनी जीव्ह घुसेड़ कर चूत चाटता है, काफी देर तक चाटने के बाद सूरज उठ कर संध्या की चूत में लंड घुसेड़ कर चोदने लगता है ।
इधर रेखा बीपी सिंह के कमरे आकर अपने पति से लिपट कर लेट जाती है, बीपी सिंह रेखा को बहुत प्यार करता है लेकिन चोदता नहीं है, रेखा इंतज़ार करती है की उसका पति उसे चोदे लेकिन बीपी सिंह सो जाता है, रेखा को लगता है शायद सफ़र करने की बजह से थक गए होंगे इसलिए सो गए, थोड़ी देर बाद रेखा अपनी चूत को ऊँगली से शांत करके सो जाती है, इधर सूरज दो बार संध्या को चोद कर सो जाता है, सुबह सबकी आँख खुलती है सब लोग फ्रेस होकर डायनिंग टेवल पर आते हैं, संध्या और रेखा किचेन में थे ।
संध्या-"रात क्या हुआ दीदी,आपने बताया नहीं" संध्या मजे लेते हुए बोली।
रेखा-"कुछ नहीं हुआ,वो बहुत थके हुए थे जल्दी सो गए" रेखा शरमाती हुई बोली।
संध्या-"ओह्ह्ह दीदी,कोई बात नहीं आज कोसिस करना"
आज पुरे दिन सभी लोग बीपी सिंह के साथ मार्केट शॉपिंग करने जाते हैं।
रात 11 बजे फिर से रेखा कमरे में जाती है लेकिन बीपी सिंह बेचारा अपनी हार्ट और शुगर की दवाई खा कर गहरी नींद में सो चूका था। रेखा बेचारी फिर से ऊँगली से अपने आपको शांत करती है ।
इधर संध्या सूरज से चुदवाती है।
दूसरे दिन सुबह बीपी सिंह अचानक अमेरिका से फोन आने के कारण चला जाता है ।
सुबह सभी लोग अपने अपने काम पर चले जाते हैं।
पूनम तान्या के साथ कंपनी जाने लगी थी,तनु अपने कॉलेज जाती है ।
रेखा के जिस्म की प्यास दिन व् दिन बढ़ती जा रही थी। दो तीन दिन ऐसे ही बीत जाते हैं। एक दिन रेखा चुदवाने के लिए अमेरिका जाने का मन बना लेती है । बीपी सिंह अमेरिका की दो टिकेट भेज देता है । रात के दस बजे फ्लाइट थी। रेखा सूरज से जाकर बोलती है, आज कई दिन रेखा सूरज बात करती है ।
रेखा-'सूरज आज अमेरिका जाना है" सूरज चोंक जाता है।
सूरज-'कितने बजे जाना है माँ"
रेखा-"आज रात दस बजे फ्लाइट है,तैयार हो जाना"इतना कह कह कर रेखा चली जाती है।
रेखा तैयारी में जुट जाती है, रात ठीक 9 बजे सूरज और रेखा एअरपोर्ट जाकर अपनी फ्लाइट में बैठ जाते हैं। फ्लाइट में भी रेखा ज्यादा बात नहीं करती है सूरज से। दुसरे दिन शाम पांच बजे दोनों अमेरिका पहुंचते हैं, एअरपोर्ट पर हेलिना उन्हें रिसीव करने आती है । (हेलिना को सूरज एक बार चोद चूका था,हेलिना बीपी सिंह की कंपनी में चीफ सेक्रेटरी की नोकरी करती है) हेलिना शार्ट ड्रेस पहनी थी,जिसमे उसकी आधे से ज्यादा बूब्स बाहर दिखाई दे रहे थे,और निचे शार्ट स्कर्ट,हेलिना सूरज को देख कर गले लगा लेती है, और एक किस्स करती है । रेखा ये सब देख कर चोंक जाती है । हेलिना दोनों को गाडी में बैठा कर घर ले जाती है। बीपी सिंह उनका इंतज़ार ही कर रहा था, रेखा इतनी बड़ी हवेली देख कर दंग रह जाती है । बहुत ही सुन्दर घर था । बहुत से नोकर चाकर घर की साफ़ सफाई में जुटे हुए थे । सभी लोग फ्रेस हो जाते हैं।
रात के समय में सूरज अपने कमरे में जाता है और रेखा अपने कमरे में। रेखा आज बीपी सिंह के कमरे में जाते ही एक नायटी पहन लेती है और अंदर ब्रा पेंटी उतार देती है ।
आज रेखा अपने पति को उकसाने का पूरा इंतज़ाम कर चुकी थी ।
सूरज संध्या को लेकर जैसे ही फ़ार्म हॉउस पहुंचा, पूनम और रेखा डायनिंग टेवल पर बैठ कर खाना खा रही थी, पूनम और रेखा सूरज और साथ में संध्या को देख कर हैरत में पड़ जाती हैं।
सूरज-'दीदी देखो कौन आया है?"
पूनम-'ये संध्या माँ है हमारी?"संध्या चोंक जाती है, रेखा खड़ी हो जाती है और संध्या को हैरत से देखती है।
संध्या-"हाँ बेटा में तुम्हारी माँ ही हूँ"रेखा पूनम को गले लगा लेती है। रेखा हाँथ जोड़ कर संध्या को नमस्ते करती है, संध्या रेखा को गले लगा लेती है ।
तभी तनु कॉलेज से आ जाती है। तनु भी समझ जाती है ये संध्या माँ है ।
संध्या सबको गले लगा लेती है ।
संध्या-" थेंक्स सूरज तुमने रेखा दीदी से मिलवा कर आज मेरा बोझ हलका कर दिया, में हमेसा इनके बारे में सोचती थी, आज में बहुत खुश हूँ"
संध्या सूरज को गले लगा लेती है ।
सूरज-"माँ आज के बाद हम सब साथ साथ रहेंगे"
संध्या-"हाँ बेटा हम सब साथ रहेंगे, सब लोग चलो घर" रेखा भी बहुत खुश थी।
सूरज-"माँ अब आप पापा को भी माफ़ कर दो"
संध्या-"ठीक है बेटा, तेरे पापा का फोन आया था क्या कह रहे हैं वो"
सूरज-"पापा 3 दिन बाद आ रहें हैं" सभी लोग यह सुन कर बहुत खुश थे ।
रेखा अभी भी सूरज से बात नहीं कर रही थी,रेखा के जहन में रात बाली बात चल रही थी।
इस प्रकार सभी लोग संध्या के साथ एक ही घर में रहने लगते हैं । तान्या पूनम और तनु में गहरी दोस्ती हो गई थी, इधर संध्या और रेखा भी आपस में बहुत घुलमिल गई ।
4 चार हो चुके थे आज बी पी सिंह इंडिया मतलब घर आ रहे थे, सभी लोग बहुत खुश थे।
रेखा और संध्या रसोई में मनपसंद खाना बना रही थी, रेखा सबसे ज्यादा खुश थी क्यूंकि उसकी चूत में चुदवाने की हवस बढ़ चुकी थी,रेखा की चूत भी अब ठीक हो चुकी थी, आज रेखा जी भर के चुदवाना चाहती थी,लेकिन संध्या भी साथ में है,वो भी उनकी पत्नी है,बराबर की हकदार है,दोनों की चुदाई एक साथ कैसे हो सकती है यही सोच रही थी । इधर संध्या सूरज से चुदने के लिए बेकरार थी उसे बीपी सिंह में कोई इंट्रेस्ट नहीं था, आज चार दिन से संध्या ने सूरज का लंड नहीं लिया था, और यह हाल लगभग पूनम तान्या तनु तीनो का यही हाल था ।सब सूरज से चुदना चाहती थी बस पतिवृथा नारी रेखा को छोड़ कर।
वो वक़्त भी आ जाता है जब सूरज बीपी सिंह को एअरपोर्ट से रिसीव करके घर ले आता है ।
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