RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
इस से पहले माँ कुछ बोलती मैं वहाँ से चल पड़ा,.,,,,पीछे से माँ ने कुछ बोला भी था लेकिन मेरा
ध्यान नही गया उनकी बात पर,,,मेरे ध्यान मे तो अब भाभी की चूत थी बस,,,,
मैं तेज़ी से बाइक चलाता हुआ भाभी के घर पहुँच गया,,,,बाहर एक कार खड़ी हुई थी जो सूरज भाई की थी
,,तभी सूरज भाई घर से बाहर निकला ऑर उसके हाथ मे कुछ समान था जो उसने कार मे रख दिया,,
इतने मे मैं बाइक साइड पर लगाने लगा,,,सूरज का ध्यान मेरी तरफ हुआ,,,,,
आ गया तू सन्नी,,,,बड़ी जल्दी आ गया,,,,
जी भाई ,,,वो भाभी का फोन आया था,,,,
हाँ हाँ जानता हूँ तभी इतनी जल्दी आ गया तू,,मैने फोन किया होता तो इतनी जल्दी नही आता तू,,,,,इतना बोलकर
सूरज हँसने लगा,,ऑर मेरी बोलती बंद हो गई,,
चल आ अंदर चलते है,,,,
मैं सूरज भाई के साथ अंदर चला गया,,अंदर जाके देखा तो भाभी ,,कविता ऑर सोनिया तीनो बातें
कर रही थी,,,,मैने देखा कि ज़मीन पर कुछ बॅग भी पड़े हुए थे,,,,
अरे जल्दी चलो अब क्या सारा दिन बैठ कर बातें ही करती रहोगी,,जाना नही है क्या,,,,,
मुझे अंदर आते ही कामिनी भाभी ऑर कविता ने मुझे हेलो बोला जबकि सोनिया अपने वहीं हमेशा
वाले अंदाज़ मे मुझे घूर्ने लगी,,,,
जाना है भैया ,,,,इतना बोलकर कविता उठी ऑर एक बॅग उठा कर बाहर की तरफ जाने लगी,,,ऑर जाते जाते
मुझे बड़े अजीब अंदाज़ से हंस कर देख कर गई,,,
सूरज भाई ने मुझे सोफे पर बैठने को बोला ओर खुद भी मेरे साथ बैठ गये,,,,,कामिनी सन्नी के
लिए कुछ चाइ कॉफी लेके आओ,,,,,
जी अभी लेके आती हूँ ,,,इतना बोलकर भाभी किचन की तरफ जाने लगी,,,
नही भाभी रहने दो मैं अभी कॉफी लेके ही आया हूँ,,,,
अरे तुम इतने दिनो बाद आते हो ऑर फिर भी हमे खातिरदारी करने का मोका नही देते,,भाभी ने
हल्के नखरे से बोला,,,,,
हम लोगो ने चले जाना है कामिनी फिर आराम से खातिरदारी करना सन्नी की,,,,इतना बोलकर सूरज हँसने
लगा ऑर साथ मे कामिनी भाभी भी,,,,
लेकिन सोनिया ,,,उसके बारे मे क्या बोलू,,,,
आप लोग कहीं घूमने जा रहे हो क्या सूरज भाई,,,,,
तभी कविता अंदर आ गई,,,,,हाँ सन्नी हम लोग सूरज भाई के साथ घमने जा रहे है,,,,
हम लोग मतलब ,,,,,,,
मतलब कविता ऑर सोनिया मेरे साथ जा रही है,,,,मुझे माँ के पास जाना है उनके कुछ कपड़े यहाँ
पर थे ऑर भी कुछ समान था मुझे वो देने जाना है तो कविता ने बोला कि उसको भी माँ से मिलना
है,,,,ऑर कविता के साथ सोनिया भी तैयार हो गई जाने के लिए,,,,
तो क्यूँ ना तैयार होती,,,मेरी दोस्त है वो,,,,आंड आपको कोई प्रोबलम है क्या अगर सोनिया साथ चलेगी,,,,
हां हां बोलो सूरज भाई क्या प्रोबलम है मेरे जाने से,,एक एक करके कविता ऑर सोनिया दोनो सूरज
भाई के पीछे पड़ गई,,,,,अरे नही मेरी माँ कुछ प्रोबलम नही है मुझे तुम दोनो से मैं तो यूँ
ही बता रहा था सन्नी को,,,,
सोनिया ऑर कविता हँसने लगी साथ मे भाभी भी,,,,,,
सोनिया की तबीयत ठीक नही है कुछ दिन से सन्नी तो मैने सोचा भाई के साथ मैं तो जा रही हूँ तो
क्यू ना सोनिया को भी साथ ले जाउ,,,,,वहाँ माउंटन्स की खुली हवा मे घूम कर शायद कुछ बेहतर
महसूस करे ये,,,,ओर दिल भी बहल जाएगा,,,,
हाँ सन्नी,,तभी तो फोन किया है तुझे,,,,हम लोग शायद कल वापिस आने वाले है,,,या फिर परसो
तब तक तुझे यहाँ रहना होगा भाभी के साथ,,,,,मैने शोबा को भी फोन कर दिया है वो भी
यहाँ रहने आ जाएगी,,,,इतना बोलकर सूरज भाई उठे ऑर मुझे बाइ बोलने लगे,,,
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