RE: Indian Sex Story ब्रा वाली दुकान
अब मैं शाज़िया को उसके चूतड़ों से पकड़ चुका था और अपनी फुल स्पीड के साथ उसकी चूत में धक्के लगा रहा था। फिर मुझे लगा कि शाज़िया ने अपनी चूत को टाइट कर लिया है जिसकी वजह से उसकी चूत की दीवारों पर मेरे लंड का घर्षण बहुत अधिक बढ़ गया था फिर अचानक शाज़िया एक लंबी आह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह और उसकी चूत ने एक बार फिर मेरे लंड पर पानी छोड़ दिया .... शाज़िया का पानी अपने लंड पर देखा तो मेरे लंड की गर्मी और भी बढ़ गई, एक तो शाज़िया गर्म दहकती हुई चूत की गर्मी और ऊपर से शाज़िया चूत का गरम पानी .... इस गर्मी के सामने अब शाज़िया की टाइट चूत से मिलने वाली मलाई ने मेरे लंड को भी अंतिम सीमा तक पहुंचा दिया था। मैंने शाज़ियासे कहा शाज़िया जी बस मेरा लंड भी पानी छोड़ने वाला है .. शाज़िया ने कहा प्लीज़ अंदर न छोड़ना पानी ... बाहर निकाल देना ... शाज़िया मुंह में शुक्राणु को निकालने का सवाल ही पैदा नहीं होता था क्योंकि उसे लंड चूसना गवारा नहीं था तो वह वीर्य कैसे मुंह में ले सकती थी इसलिए मैंने 5, 6 तेज धक्कों के बाद अपना लंड शाज़िया की चूत से निकाल लिया और लंड हाथ में पकड़ कर उसकी मुठ मारने लगा .... 3, 4 सेकंड के बाद ही मेरे लंड से एक सफेद गाढ़ी वीर्य की धार निकली और सीधे शाज़िया के गोरे गोरे चूतड़ों पर जाकर गिरा ... फिर एक के बाद एक धार निकलती रही और शाज़िया की गाण्ड और कमर पर गिरती रही। जब सारा वीर्य निकल गया तो लम्बे सांस लेकर अपनी सांसें सही करने लगा। शाज़िया अभी काउन्टर की ओर मुंह किए हुए थी, वह भी काफी थक गई थी वह भी गहरी गहरी सांस लेकर अपनी सांसें सही कर रही थी।
फिर कुछ देर के बाद शाज़िया सीधी खड़ी हुई और मेरी ओर बढ़ी, उसने मेरा चेहरा अपने दोनों नाजुक हाथों में लिया और थोड़ा पंजो के बल ऊपर होकर मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए, मेरे होंठ चूस कर बोली, बहुत बहुत धन्यवाद, बहुत मज़ा दिया है आज आपने
ऐसी चुदाई तो यासिर ने आज तक नहीं की। मैंने शाज़िया पूछा कि शाज़िया जी यासिर के अलावा भी कभी किसी से चुदाई करवाई है आपने ?? शाज़िया ने पास पड़े एक पुराने कपड़े से अपनी कमर पर मौजूद वीर्य साफ करते हुए कहा कि नहीं बस यासिर से ही उसकी दोस्ती है उसी से 3, 4 बार चुदाई करवाई है इसके अलावा अब मेरे से चुदाई हुई थी शाज़िया की। फिर शाज़िया ने खुद ही मुझे बताया कि यह यासिर भी वास्तव में नीलोफर का प्रेमी था, मगर जब नीलोफर का यासिर से दिल भर गया तो उसने यासिर को कहा कि मैं तुम्हारी दोस्ती अपनी एक और दोस्त से करवा देती हूँ तो उसने मेरी दोस्ती यासिर से करवा दी। और खुद अपने लिए नया प्रेमी ढूंढ लिया जिसके साथ आजकल वह काफी खुश है। मैंने शाज़िया से कहा आप भी यासिर को झंडी करवादें आपको भी नया प्रेमी मिल गया है। शाज़िया मेरी ओर देखकर मुस्कुराई और बोली तुम्हारे लंड में जान है मगर तुम्हारे साथ आ नहीं जा सकती और न ही तुम्हें अपनी सहेलियों से मिलवा सकती हूँ कि यह मेरा प्रेमी है। आप पढ़े लिखे नहीं हो और हमारी स्थिति में भी अंतर है इसलिए तुम्हें अपना प्रेमी नहीं बना सकती लेकिन तुम्हारा लंड जरूर लूँगी फिर भी।
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