RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
रात को 8 बजे सुधा और सोनू मनोहर के रूम में कोई मूवी देख रहे थे रोहित अपने रूम में बैठा था उसके बेड पर कपड़े रखे हुए थे जिसे शायद सोनू छत से सूखने के बाद उठा कर लाई थी, तभी रोहित की नज़र एक पिंक कलर की बड़ी मुलायम और नेट वाली पैंटी पर पड़ी और उसने उसे उठा लिया और पहले उसे फैला कर देखा 38 साइज़ की पैंटी थी उसका लंड पैंटी को देख कर खड़ा हो गया और उसने उसे सूंघने के लिए नाक से लगाया और सूंघते हुए अपनी आँखे बंद की तभी नीलम उसके रूम में एंटेर हो गई और रोहित को पैंटी सूंघते देख लिया रोहित ने भी देखा कि उसकी मम्मी ने उसे पैंटी सूंघते देख लिया है उसने जल्दी से पैंटी अपने नाक से हटाई और अपने हाथ को साइड में कर लिया नीलम के चेहरे पर एक कामुक मुस्कान थी और उसने रोहित से मुस्कुराते हुए कहा यह क्या हो रहा था,
रोहित : झेप्ते हुए मंद मंद मुस्कुरा कर कहने लगा कुछ नही मम्मी
नीलम जीन्स और टीशर्ट में उसके सामने खड़ी खड़ी मुस्कुरा रही थी उसकी गदराई जांघे जीन्स में साफ नज़र आ रही थी और उसका उठा हुआ पेट और बड़े बड़े बोबे टीशर्ट में समा नही रहे थे
नीलम रोहित के पास आकर बैठ गई और उसकी जाँघो पर हाथ फेरते हुए कहने लगी मर्द औरतो की पैंटी के साथ ऐसा ही करते है सो तुझे पैंटी सूंघते देख यह बात तो समझ आई लेकिन तू मेरी पैंटी क्यो सूंघ रहा है यह बात मुझे समझ नही आई और नीलम ने रोहित के हाथ से अपनी पैंटी ले ली,
रोहित : हकलाते हुए वो वो मम्मी मुझे नही पता था यह आपकी पैंटी है
नीलम : मुस्कुराते हुए झूठ मत बोल रोहित तू सोनू की तो सभी पैंटी को पहचानता ही होगा, तो फिर तूने इस पैंटी को देख कर यह तो ज़रूर सोचा होगा कि यह सोनू की नही है तब तूने यह भी सोचा ही होगा कि यह या तो सुधा की या फिर मेरी होगी
रोहित : घबराते हुए, नही मम्मी मैने आपका तो बिल्कुल नही सोचा
नीलम : वो क्यो
रोहित : मम्मी में आपका सोच ही नही सकता था कि यह पैंटी आपकी होगी क्योकि इतनी छोटी पैंटी आपको कैसे आएगी
नीलम: अरे नही रे यह मेरी ही है
रोहित : इंपॉसिबल मम्मी इतनी छोटी पैंटी आपको कैसे आएगी जब कि आपके चुतड़ों ..................
नीलम : मुस्कुराते हुए मादक निगाहो से रोहित को देखती हुई बोली आगे बोल क्या मेरे चुतड़ों.......
रोहित : मम्मी आपकी कमर इतनी मोटी है यह पैंटी आपको कैसे आती होगी
नीलम : रोहित को गाल पर चपत लगाते हुए कहने लगी कमर कमर क्या लगा रखा है साफ साफ क्यो नही कहता कि मेरे चुतड़ों का साइज़ बहुत बड़ा है
रोहित : मुस्कुराते हुए, वही मम्मी, लेकिन मम्मी आप इतनी छोटी पैंटी क्यो पहनती है आप कंफर्ट महसूस कर लेती है इसमे
नीलम : रोहित के गालो को मुस्कुरा कर खिचती हुई कहने लगी हट पगले यह सब बाते कोई माँ अपने बेटे से थोड़े ही करती है
रोहित : नीलम के गले में बाँहे डाल कर कहने लगा बताओ ना मम्मी आप इतनी छोटी पैंटी क्यो पहनती है
नीलम : पगले तेरे पापा को में ऐसी ही छोटी छोटी पैंटी में अच्छी लगती हूँ, पर हम बड़ी उमर की औरतो का पैंटी पहनना और ना पहनना बराबर ही है
रोहित : वह क्यो
नीलम : अरे यह छोटी छोटी पैंटी पहनो या ना पहनो बात बराबर है मैं पहनती हूँ तो आधी से ज़्यादा तो यह आगे और पीछे से अंदर ही घुस जाती है
रोहित : मम्मी एक बार मुझे यह पैंटी पहन कर दिखाओ ना
नीलम : मंद मंद मुस्कुराते हुए, तू पागल है क्या कोई बेटा अपनी मम्मी को पैंटी में देखता है क्या
रोहित : प्लीज़ मम्मी एक बार पहन कर दिखा दो ना
नीलम : पागल कोई आ जाएगा, अगर सोनू ने आकर देख लिया तो वह क्या सोचेगी
रोहित : प्लीज़ मम्मी एक बार बस, में देखना चाहता हूँ आप इस पैंटी में कैसी लगती है, रोहित का लंड यह सोच सोच कर खड़ा हो गया था कि उसकी मम्मी उस छोटी सी गुलाबी पैंटी में कैसी लगती होगी
नीलम : रोहित के पाजामे में खड़े लंड का टॅट देख कर मन ही मन बहुत खुस हो रही थी और कहने लगी, नही बेटे सोनू आ जाएगी
रोहित : अपनी मम्मी के हाथो से पैंटी लेकर मम्मी के सामने ही उसे सूंघते हुए कहने लगा प्लीज़ मम्मी बस एक बार इसे पहन कर दिखा दो
|