RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
मनोहर : सुधा के गालो को चूमते हुए कहने लगा बेटी मुझे नही पता था कि तुम अंदर से अपनी मम्मी से भी ज़्यादा खूबसूरत हो, आओ अपने पापा की गोद में बैठो और मनोहर ने उसकी मोटी जाँघो को पकड़ कर अपनी गोद में चढ़ा लिया सुधा की साँसे फिर से तेज होने लगी थी क्यो कि उसके पापा का लंड फिर से तन गया था और उसकी गान्ड में चुभ रहा था, मनोहर ने सुधा के दोनो मोटे मोटे कसे हुए दूध को अपने हाथो में जकड कर उसके रस भरे लाल लाल होंठो को अपने मुँह में भर लिया, सुधा के ठोस कसे हुए बोबो पर जब उसके पापा के हाथ पड़े तो उसके मुँह से आह जैसी सिसकारी निकल गई और मनोहर ने कहा बेटी मैने आज तक इतने कठोर और मोटे दूध नही दबाए कितने रसीले और मोटे मोटे है तुम्हारे दूध और मनोहर ने एक झटके में सुधा की टीशर्ट उतार कर उसे पूरी नंगी कर दिया सुधा एक दम से मनोहर की छाती से चिपक गई और मनोहर उसे पागलो की तरह चूमने लगा,
सुधा की जाँघो को उसने अपनी कमर से लपेट लिया और उसके मोटे मोटे कसे हुए दूध को पागलो की तरह मसल मसल कर लाल कर दिया और बीच बीच में वह सुधा के रसीले होंठो को भी चूस्ता जा रहा था.
सुधा ; ओह पापा थोड़ा धीरे दबाइए ना आप बहुत कस कर दबाते है
मनोहर: बेटी इन्हे जितना कस कर मस्लो ना लड़कियो को उतना ही मज़ा आता है सच सच बताओ तुम्हे मज़ा आ रहा है कि नही
सुधा : आह सीई ओह पापा बहुत अच्छा लग रहा है,
मनोहर पागलो की तरह सुधा के दूध को मसलता रहा और उसके गुदाज गदराए बदन को तबीयत से मसलता रहा कुछ देर बाद मनोहर ने कहा सुधा जाओ सामने की आल्मिरा से नारियल का तेल लेकर आओ, सुधा उठी और नंगी अपनी गुदाज गदराई गान्ड मटकाते हुए सामने जाने लगी और मनोहर उसकी नंगी गान्ड की थिरकन को देख कर अपना लंड मसल्ने लगा
सोनू की निगाहे कभी सुधा के मटकते चुतड़ों को और कभी मनोहर के लंड को देख रही थी उसने भी आज पहली बार अपनी जवान गदराई ननद को पूरी नंगी देखा था उसकी चूत लंड खाने के लिए बहुत तड़प रही थी लेकिन आने वाले सीन को सोच सोच कर उसके दिल की धड़कने बढ़ गई थी, सुधा अपने हाथो में नारियल के तेल की डब्बी लेकर वापस आ गई और फिर मनोहर ने उसके हाथो को पकड़ कर उसके हाथ में ढेर सारा तेल डाल कर उसे अपने लंड पर लगाने का इशारा किया और सुधा शरमाते हुए अपने पापा के केले में नारियल का तेल लगाने लगी, तेल लगते ही मनोहर का लंड विकराल हो गया और पूरा चमकने लगा
सोनू का दिल कर रहा था कि अंदर जाकर पापा के तेल में डूबे चिकने चमचमाते लंड पर बैठ जाए लेकिन वह सुधा का खेल खराब नही करना चाहती थी, जब मनोहर के लंड पर तेल लग गया तब मनोहर ने एक तकिया लिया और सुधा को तकिये पर गान्ड रखने को कहा और फिर उसे पीठ के बल लिटा दिया और फिर मनोहर सुधा की चूत की फांको को खोल खोल कर उसमे तेल लगाने लगा
सुधा : आह सी ओह पापा यह क्या कर रहे हो मुझे बहुत डर लग रहा है,
मनोहर : देखो बेटी तुम इस समय बहुत जवान हो गई हो और तुम्हारा बदन बहुत ज़्यादा गदरा गया है तुम्हारी उम्र की लोंड़िया तो दिन रात लंड ले ले कर अपनी चुदाई का मज़ा लेती है, अब में तुम्हे चोदुन्गा क्या तुम नही चाहती कि में तुम्हे खूब रगड़ रगड़ कर चोदु, मनोहर ने एक उंगली से तेल लेकर सुधा की चूत में पेल दिया और सुधा सीसीया उठी ओह पापा चोदिये खूब कस कस कर चोदिये, मुझे पूरी नंगी करके चोदिये मेरी चूत खूब कस कस कर अपने इस मोटे लंड से मारिए, आह सीई ओह...पापा में खूब चुदना चाहती हूँ आप से मुझे खूब रगड़ रगड़ कर चोदिये, अपनी बेटी के मुँह से यह बाते सुनते ही अनुभवी मनोहर ने एक बार लंड को सुधा की चूत से घिसा और फिर उसकी चूत के छेद से लंड भिड़ा कर कस कर एक धक्का मारा कि सुधा का पूरा बदन ऐंठ गया और वह खूब ज़ोर से चिल्लई ओह पापा मर गई मैं तो, अगर उस समय सोनू के अलावा कोई भी घर में होता तो दौड़ कर वहाँ आ जाता उसकी जोरदार आवाज़ से मनोहर भी सकते में आ गया लेकिन फिर उसने हिम्मत से काम लेते हुए धीरे से अपना लंड थोड़ा बाहर खींचा और फिर से एक धक्का सुधा की चूत में मार दिया और मनोहर का लंड पूरा सुधा की चूत में समा गया,
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