RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
महक;के जिस्म में बुझ चुकी आग फिर से जल उठती है और एक सिसक उसके होंठों से अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की शकल में बाहर निकल जाती है
शरम ओ हया के बादल फिर से घिरने लगते है पर सॅम इन बादलों के पार महक को लेजाना चाहता था उस जगह जहाँ वो खुल के एक दूसरे से चुदाई की बातें करसकें और बिकलूल हज़्बेंड वाइफ की तरह चुदाई करसकें
महक;सॅम की आँखों में ही देख रही थी
सॅम;थोड़ा आगे बढ़ता है और अपने लंड का सुपाडा महक के लिप्स पे घिसता है जैसे लिप्स टिक लगा रहा हो
महक;के होंठ थोड़े से खुलते है पर इतने नही कि वो सॅम के लंड को निगल जाए
सॅम;थोड़ा सा लंड अंदर केए तरफ डालता है
चूस ले महक अपने भाई का लंड
महक;थोड़ा झीजक रही थी पर वो सॅम को नाराज़ भी नही करना चःटी थी वो और मुँह खोलती है और ज़ुबान बाहर निकाल के लंड पे फेरती है शिप्प्पप्प्प्प्प्प्प्प
सॅम;प्रेशर देके लंड अंदर डालता चला जाता है और वो सीधा महक के हलक में जाके अटक जाता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
महक;;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प उःन्णननणणन् बहुत बड़ा लंड होने की वजह से महक की सांस घुटने लगी थी और आँखे फटी की फटी रह गयी थी पर सॅम लगातार अंदर बाहर किए जा रहा था गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प
सॅम;अहह ठीक से कर साली हाआआआआअ
महक;सॅम को गिरा के नीचे कर देती है और खुद उसपे सवार हो जाती है अब महक बहुत आसानी से लंड गटक सकती थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
सलाइवा और सॅम के लंड का पानी दोनो नीचे बेड शीट गीला कर रहे थे पर महक तो जैसे लंड छोड़ने को तैयार ही नही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प
वो टेस्ट्स को मरोड़ मरोड़ के लंड चुस्ती चले जा रही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
सॅम;अहह ऐसा मत कर महक दर्द होता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
महक;;चुप कर मेरा है मेरे मर्ज़ी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
सॅम;के लंड की नसें फूल चुकी थी और लंड का सुपाडा लाल हो चुका था अब सॅम से एक पल भी बर्दास्त करना मुश्किल हो रहा था वो महक के बाल पकड़ के उसे डोगी स्टाइल में झुका लेता है और पीछे से अपना लंड उसकी चूत के लिप्स पे घिसने लगता है अहह
महक;;जल्द से जल्द वो तलवार अपनी म्यान में लेना चाहती थी अहह डालना रे सॅम अहह जल्दी से डाल दे अंदर अहह
सॅम;ये ले मेरी जान हाआआआआआआआआ अहह अहह
वो फिरसे चीरता हुआ अंदर चला गया था
और महक के चेहरे पे खुशी और दर्द के मिले जुले असर छोड़ गया उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आराम से नही चोद सकता अहहहहहहहहः बहेन हूँ में तेरी कोई रांड़ नही हुन्न अहह
सॅम;साली लंड लेने के लिए तड़प रही थी और अब चिल्ला रही है रुक अहह
वो महक की गोरी नरम नरम गान्ड पे थपा थप थप्पड़ मारने लगता है
इन थप्पाड़ों का महक पे उल्टा ही असर होता है और वो और जोश में अपनी गान्ड पीछे करते हुए सॅम का लंड अंदर लेती जाती है अहह अहह अम्मी ग क्या ख़ाता है रे आआहह ज़रा सा तो रहम खा अपनी बहेन पे ऊऊहह
सॅम;अहह चोदने दे ना मेरी जान बहुत टाइट है तेरी अहह अहह
ना धक्को की बरसात कम हो रही थी और ना महक की गान्ड रुकने का नाम लेरही थी पूरा रूम दोनो की आवाज़ों से गूँज रहा था
तकरीबन 20 मिनट की ज़ोरदार चुदाई के बाद महक की टाँगे जवाब दे गयी और वो चीखते हुए झड्ने लगती है अहह बस कर मार देगा क्या अहह
सॅम;भी उसी के पीछे झड्ने लगता है और फिर वहीं महक के उपर लुढ़क जाता है.
दोनो बुरी तरह थक चुके थे उन्हे कब आँख लगी पता ही नही चला.
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