RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
भाई बहेन की मोहब्बत ने एक नई राह पे अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए थे ये रास्ता उन्हे किस मंज़िल पे लेजाएगा ये तो वो खुद भी नही जानते थे पर कहते है ना
प्यार का अंजाम किसने सोचा हम तो मोहब्बत किए जा रहे है
कुछ देर बाद अचानक बाहर बिजली चंकी और आसमान में बादल घिर आए
उस बिजली की आवाज़ ने पता नही महक के दिल पे क्या ज़ुल्म ढाए कि वो एक झटके में सॅम से अलग हो गयी और सोफे पे से उठ के खड़ी हो गयी
सॅम;उसके इस अजीब से बर्ताव से बिदक सा गया था
फिर सॅम को एहसास होता है कि महक जिस जगह बैठी थी वहाँ एक पानी का धब्बा सा बन गया है इसका मतलब महक सॅम की बाहों में पहली मर्तबा सिर्फ़ किस करने से पानी छोड़ चुकी थी
महक;सॅम को घूरते हुए देखने लगती है
देख सॅम आइन्दा मेरे करीब भी आने की कोशिश मत करना वरना मुझसे बुरा कोई नही
सॅम;मुस्कुराता हुआ वो पानी के निशान पे अपनी दो उंगलियाँ घुमाता है और चिप चिपा सा वो पानी अपनी नाक के पास लेक पहले सूँघता है और फिर वो दोनो पानी से भीगी हुई उंगलियाँ अपने मुँह में डालके चूस लेता है
महक;;आँखे फाडे उसे देखती रह जाती है
सॅम;महक को पकड़ने ही वाला था कि फोन की रिंग बजती है
ये फोन ऑफीस से था और सॅम को उदास दिल से ऑफीस जाना पड़ता है
महक;अपने कॉलेज चली जाती है.
ऑफीस में भी सॅम का दिल नही लगता वो महक को फोन लगाता है
महक;क्या बात है कमिनाते आज कैसे फोन किया
सॅम;बस मेरे जान की याद आ गई
महक;;ओये ओये ओये शकल देखी है अपनी आयने में मैं कोई तेरी जान वान नही हूँ समझा ना आगर मुझे अयन्दा जान कहा ना तो भुर्ता बना दूँगी समझ ले
सॅम;हाई मेरी जान तेरी इसी अदा का तो में दीवाना हो गया हूँ
महक;मुस्कुरा रही थी पर दिखा गुस्सा रही थी
देख सॅम बहुत हुआ मुझे ये सब ठीक नही लगता में फोन रख रही हूँ
सॅम;एक किस्सी तो देदो जी
महक;जुत्ते दूं क्या वहाँ आके
सॅम;मुआहह
सॅम खुद महक को इधर से फोन पे किस कर देता है
महक;चिल्लाते हुए कमिनता
और महक फोन काट देती है
आज पता नही इन्दोनो को हो क्या गया था वो दोनो ऐसे बिहेव कर रहे थे जैसे भाई बहेन नही बल्कि लवर्स हों
महक;का दिल जहाँ सॅम को देखने के लिए मचल रहा था
वहीं सॅम का दिल महक को बाहों में भर के पता नही क्या क्या करने के लिए कह रहा था.
जैसे तैसे शाम हो जाती है और दोनो घर की तरफ निकल जाते है.
जब सॅम ;घर पहुँचता है तो वो सीधा महक के रूम में जाता है
महक;आयने के सामने खड़ी थी उसने टॉप और स्कर्ट पहन रखी थी
गोरी गोरी सफेद टाँगें और चिकना मखमली पेट सॅम सॉफ देख सकता था
अपने पीछी खड़े सॅम को जब महक आयने में देखती है तो उसके चेहरे पे मुस्कान आजाती है
सॅम;कहीं जा रही हो महक
महक;इतराते हुए हाँ वो मेरे फरन्ड की बर्तडे पार्टी है ना वहीं जा रही हूँ
सॅम;ऐसे कपड़े पहन के
महक;क्यूँ क्या खराबी है इन में
सॅम;तू ऐसे कपड़े क्यूँ पहनती है महक तू सादे सिंपल ड्रेस में कितनी प्यारी लगती है
महक;उफफफफफफ्फ़ हो ओल्ड मॅन
आज कितने दिनो के बाद तो मौका मिला है ये सब पहनने का अम्मी घर पे जो नही है में तो यही पहन के जाउन्गी.
सॅम;उसे कुछ बोल पाता इससे पहले बाहर कार का हॉर्न बजता है
महक;सॅम को तिर्छी नज़रों से देखती है ओके बाइ ओल्ड मॅन.
हाँ सुनो मुझे प्लीज़ पिकप करने मत आना
और महक अपनी फरन्ड सीमा के साथ कार में बैठ के चली जाती है
आज सॅम को अजीब सा फील हो रहा था जैसे कुछ अन होनी होने वाली है
जैसे कुछ बुरा
वो खुद को समझाता है पर उसका दिल नही मानता और वो उसे उलझन में घर के अंदर आजाता है.
खाना खाने के बाद सॅम टी.वी ऑन करके इधर उधर चॅनेल्स बदलने लगता है पर उसे कुछ भी अच्छा नही लगता.
वो क्लॉक की तरफ देखता है रात के 10 बज रहे थे
महक को पार्टी में गये हुए 3 घंटे होचुके थे
तभी सॅम के मोबाइल पे महक का कॉल आता है
सॅम;खुश होके जैसे ही फोन रिसीव करता है उधर से महक की खौफनाक चीख सुनाई देती है
महक;सॅम बच्ऊऊऊऊऊऊऊऊऊ मुझे प्लेआसेज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ यहाँ प्लाज़ा होटेल्ल्ल्ल्ल्ल के सामने जल्दी आअजाआओ सॅम
और फोन कट हो जाता है
सॅम;हेलो हेलो महक हेलो करता रह जाता है.
वो बिजली की तेज़ी के साथ खड़ा होता है और अपनी बाइक निकाल के आँधी की तरह घर से निकल जाता है.
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