RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम की नज़र सामने आएने पे पड़ती है उसे उसमे शबनम नज़र आती है
शबनम;का चेहरा खिला हुआ था कुछ बाल उसे चेहरे पे परेशन कर रहे थे जिन्हे वो बार बार हटा रही थी इसी बीच शबनम की नज़र भी आएने मे सॅम से जा टकराती है
दोनो एक दूसरे को कुछ सेकेंड के लिए देखते है और शबनम स्माइल करके रोड पे देखने लगती है
कुछ देर बाद वो फिर से देखती है और उसे हैरानी होती है कि सॅम उसे देख रहा था
शबनम;थोड़ा सीरीयस होते हुए नजमा से बातें करने लगती है और कार घर पे पहुँच जाती है
सम;अपने लाए हुए दोनो बॅग हॉल मे रख देता है
नजमा;सॅम बेटा तुम फ्रेश होजाओ फिर सब मिलके खाना खाएँगे
सॅम;ओके अम्मी ..भाभी बाथरूम मे गरम पानी हैना
शबनम;चलो मैं देखती हूँ और सॅम शबनम के पीछे चला जाता है
शबनम;गीजर ऑन करके मुड़ती है वैसे ही वो सॅम से टकरा जाती है इस टक्कर मे उसकी साड़ी का पल्लू नीचे गिर जाता है
सॅम;अपनी भाभी के चेहरे को देखता है
शबनम;जल्दी से अपनी साड़ी ठीक करती है और सॉरी कहती है
सम;मुश्कूराता हुआ बाथरूम मे घुस जाता है
शबनम और नजमा;किचन मे लंच की तैयारी कर रहे थे और महक अपने रूम मे उल्टे लेटी हुई थी
सॅम;बाथरूम से बाहर आजाता है उसने सिर्फ़ टवल बाँध रखा था वो सीधा हॉल मे पड़े अपने बॅग की तरफ बढ़ता है जिसमे उसके अंडरगार्मेंट्स थे
आबिद;वही हॉल मे बैठा हुआ था वो सॅम की तरफ देखता है दोनो की आँखें मिलती है सम उसे हल्के से स्माइल देता है सॅम के दिमाग़ मे अभी तक कोई बात नही थी
पर आबिद ठंडी आहें भरने लगता है
आबिद;दिल मे क्या बॉडी है भाई की और वो सॅम के टवल को देखता है जिसमे सम का लंड का उभर नज़र आता है
आबिद;सोफे पे से खड़े होते हुए कुछ चाहिए भाई
सम;हाँ यार मेरे अंडरवेर नही दिख रहे आते टाइम तो बॅग मे डाला था
आबिद;भाई मैं देख देता हूँ आप रूम मे जाओ मैं लेके आता हूँ आपके बाल भी गीले है मैं लाता हूँ ना
सॅम;आबिद को अजीब से अंदाज़ मे देखता है और कंधे उचकाते हुए ओके जल्दी लेके आ
आबिद;सॅम के रूम मे जाने के बाद बॅग मे अंडरवेर देखने लगता है और उसे वो मिल जाते है
आबिद;इधर उधर देखता है और सम के अंडरवेर को अपनी नाक से लगा के सूंघने लगता है
उसे एक अजीब ही अहसास होता है उसने कभी इससे पहले ऐसा काम नही किया था
सॅम;अपने रूम से आवाज़ देता है--आबिद बेटा मिले कि नही
आबिद;जी जी भाई मिल गये और वो सॅम के रूम मे चला जाता है ये लो भाई
आबिद वही बेड पे बैठ जाता है
सम;आबिद से बातें करते हुए अपना टवल निकाल देता है
आबिद;की आँखें फटी की फटी रह जाती है सॅम का ढीला लंड 5इंच का उसकी आँखों के सामने लटक रहा था वो दिल मे सोचता है बाप रे बाप इतना बड़ा साँप अगर ये फॅन फेलाएगा तो कितना बड़ा होज़ायगा
सॅम;उसे हिलाते हुए अबे क्या हुआ कहाँ खो गया मैने पूछा एग्ज़ॅम कैसे गये तेरे
आबिद;जी जी भाई बहुत अच्छे गये
सॅम;बेटा फैल हुआ ना तो तू तो गया अम्मी के हाथों
आबिद;क्या भाई क्यूँ डरा रहे हो अम्मी के नाम से
नजमा;सॅम के रूम मे आती है सॅम अब तक अपने पॅंट पहेन चुका था पर उसने उपर कुछ नही पहना था
सॅम;अम्मी यहाँ कितने गर्मी है इंडिया मे
नजमा;हाँ बेटा यूके में क्लाइमेट यहाँ से बहुत ठंडा है कुछ दिन लगेंगे तुझे यहाँ अड्जस्ट होने मे
चल खाना ठंडा हो रहा है और आबिद तू यहाँ क्या कर रहा है चल तू भी
सभी डाइनिंग टेबल पे खाना खाने लगते है
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