RE: Maa ki Chudai माँ का दुलारा
जब मा की नींद सुबह खुली तो दस बज गये थे. शशिकला गहरी नींद मे
सो रही थी. मा उठाकर चाय बना लाई और शशिकला को उठाया. वह अंगड़ाई
देते हुए उठी "वह दीदी तुमने चाय बनाई? मा की याद आ गयी, वह भी ऐसे ही
चाय बनाकर लाती थी मेरे लिए, और किसी को नही बनाने देती थी."
प्यार से कुछ देर चूमा-चाटी करके दोनों नहाने गयी. साथ साथ नहाई, एक
दूसरे को नहलाया, शरीर पर साबुन लगाया और प्यार से एक दूसरे को लिपट लिपट
कर खूब किस्सिंग की. मा का मन हो रहा था की फिर से वही घुटनों के बल
बैठ जाए और उस सुंदर युवती की टाँगों के बीच के खजाने को फिर चूसना
शुरू कर दे. पर उसने मन को समहाल लिया, सोचा ज़रा आराम के बाद दोपहर
को फिर से शुरू करेंगे.
बदन पोंछ कर वे बाहर आई. शशिकला बोली "दीदी, तुम बैठो, मैं नाश्ता
बनाती हू, ब्रंच, सीधे लंच ही कर लेंगे, फिर दोपहर को 'काम' करना है.
रात को काफ़ी काम हुआ पर अभी पूरा नही हुआ. वैसे यह काम कभी पूरा नही
होगा लगता है, उसके लिए सालों लग जाएँगे दीदी" मा की ओर देखकर शोखी
से वह बोली. फिर वैसे ही नंगी किचन मे जाने लगी.
मा को अटपटा लग रहा था. "अरे गाउन तो पहन ले हम दोनों, कोई आ जाएगा!"
"दो दिन कोई नही आएगा दीदी. मैने सब को छुट्टी दे दी है. इसीलिए तो मैने कहा
था कि कपड़े लाने की ज़रूरत नही है. और मैं चाहती हू कि मेरी दीदी ऐसी ही
अपनी पूरी नेचारल ब्यूटी मे मेरे पास रहे, जब मन होगा मैं इस ब्यूटी को चख
लुगी, कौन कपड़े उतारे बार बार!"
"ठीक है शशि, मैं ज़रा घर मे घूम कर देख लू, तेरे ड्रेस भी देखना है,
बहुत अच्छे ड्रेस है तेरे पास"
"शौक से देखो दीदी, घर तुम्हारा ही है" शशिकला बोली.
मा ने उस आलीशान घर को देखा, शशिकला के बेडरूम का मुआयना किया.
शशिकला की सब ड्रेस बड़ी खूबसूरत थी, और ब्रा और पैंटी के तो दर्जनों सेट
थे, हर तरह के, और हर रंग के. और उसकी चप्पले और शुज़, बड़ा सेक्सी
कलेक्शन था. एक से एक है हिल के नाज़ुक सॅंडल, पतले सोल, पतले स्ट्रैप और है
हिल की चप्पले. मा को मेरी याद हो आई. मैं होता तो पागल हो जाता.
एक द्रावार मे उसे डीवीडी का बड़ा खजाना दिखा. सब ब्ल्यू फिल्म थी, अधिकतर
लेस्बियन, वो भी बड़ी छोटी औरत-औरत संभोग की याने मिच्योर यंग लेज़्बीयन
वाली. कुछ पुरुष स्त्री और गे फ़िल्मे भी थी. पर डिल्डो कही नही दिखे. सेक्स की
भूखी इस लड़की के यहा डिल्डो न हो, यह बड़ा आश्चर्य था.
मा ने जाकर शशिकला को पीछे से बाहों मे भरके चूमा और बोली "बहुत
सेक्सी कपड़े है तेरे. और शशि, तेरे पैर कितने खूबसूरत है, और उतने ही
सेक्सी सॅंडल है, वो देखता तो पागल ..." फिर मा चुप हो गयी. चेहरा लाल हो
गया कि ग़लती से फिर अपने बेटे का नाम उसके मूह से निकलने वाला था.
"अब तो बताना पड़ेगा दीदी, कौन है वो तेरा दीवाना? मैं जानती हू कि तुम
डाइवोर्स हो, शादी भी नही की है. बताओ कौन है दीदी, मेरी कसम" शशिकला
हाथ करते हुए बोली.
|