RE: Maa ki Chudai माँ का दुलारा
मम्मी कुछ शरमा गयी "अरी नही, अब तक मैं बिलकुल सीधी सादी हेतेरोसेक्सुअल
औरत थी. हाँ सेक्स मुझे बहुत अच्छा लगता है. ऐसी किताबें देखने का भी
शौक है" मा अब अपनी जांघे एक दूसरे पर रगड़ रही थी. साड़ी मे से दिख
तो नही रहा था पर मा की जांघों को बाहों मे लेकर पड़ी शशिकला को
इसका पता तुरंत चल गया. साड़ी मे हाथ डालकर मा की बुर को पुचकार कर
वह बोली "अकेले अकेले मे मज़ा चल रहा है दीदी, पर ऐसे नही, हमे भी शामिल
करो, बल्कि अब तुम आराम करो और अपनी इस लाडली छोटी को अपना काम करने दो.
शशिकला उठ बैठी और अपने कपड़े पूरे निकाल दिए. उसके उस गोरे चिट
छरहरे बदन को देखकर मा उसके रूप को ताकती रह गयी. शशिकला के
स्तन बहुत बड़े नही थे, बस ड्रेस के नीचे पहनी वायर ब्रा से वे उभर कर
दिखते थे. पर वे छोटे उरोज भी रसीले फलों से मीठे थे.
मा टक लगाकर शशिकला के रूप को देखते हुए बोली "शशि, क्या कसा
चिकना बदन है तेरा? माडल बन जाए तो हज़ारों रुपये घंटे के मिलेंगे
तुझे, लगता है काफ़ी वर्क आउट करती है, जिम मे रोज जाती होगी ना? मुझे देख,
कैसी मोटी पीलापीली सी लगती हू तेरे आगे"
शशिकला ने मा को खड़ा किया और खींच कर पलंग तक ले गयी. "दीदी, ऐसा
कभी मत कहना, तुम्हारा शरीर किसी पके फल सा मीठा है, तुझे देखते ही
लगता है कि खा जाउ. बहुत रस होगा दीदी तेरे इस बदन मे, अब बिना चखे
वहाँ मैं नही रह सकती. मेरे ख़याल से कुछ रस तो निकलना शुरू भी हो गया
है दीदी, मेरा रस निकलते निकलते. है ना?"
मा कुछ नही बोली क्योंकि सच मे अब उसकी बुर से इतना पानी निकल रहा था कि
उसकी जांघे गीली हो गयी थी. शशिकला मा को नंगा करने लगी. एक एक
करके जैसे जैसे मा के कपड़े निकलते गये, शशिकला की साँसें तेज होती
गयी. जब मा के जिस्म पर सिर्फ़ ब्रा और पैंटी बचे तो शशिकला थोड़े पीछे
हटाकर उसे ऐसे देखने लगी जैसे कोई चित्रकार अपनी पैंटिंग देखने को
पीछे हटता है.
"दीदी, तुम मार डालगी मुझे. ओह गॉड, क्या सेक्सी बड़ी है तेरी, मैने सोचा था
उससे ज़्यादा ज्यूसी. और क्या लिंगरी पहनती हो दीदी. एकदम टॉप, कौन सी है? वो
वेनिटि फेयर का ब्लैक पीस लगता है, तुम्हारे गोरे रंग पर बहुत जचता है
दीदी, और कप भी एकदम मस्त है, सिमलएस" कह कर वह मा से लिपट गयी और
उसके उरोज प्यार से दबाते हुए उसे चूमने लगी. चूमते चूमते मा को
धकेलकर उसने पलंग पर गिरा दिया और उस पर चढ़ बैठी. मा की ब्रा
निकालकर वह सीधे मा का एक निपल मूह मे लेकर चूसने लगी.
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