RE: Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली
अंजू के बड़ी-2 गुदाज चुचियाँ अब विनय के चेहरे के ऊपेर लटक रही थी….उसके निपल्स अब और ज़्यादा तीखे होकर तन चुके थे….नीचे विनय का लंड अंजू की चूत की फांको पर दस्तक दे रहा था….विनय के लंड के सुपाडे की गरमी को अपनी चूत की फांको पर महसूस करके अंजू एक दम से सिसक उठी….उसके रोम-2 मे वासना से भरी मस्ती की लहर दौड़ गयी…. अंजू की चूत तो तब से पानी छोड़ रही थी….जब से वो गेट पर बैठी हुई थी, विनय के आने का इंताजार कर रही थी…..अंजू को रामू ने शादी के बाद से सिर्फ़ 4-5 बार ही चोदा था….वो भी अपने 4 इंच के लंड से, इसीलिए अंजू की चूत बहुत ज़यादा टाइट थी….विनय तो जैसे जन्नत मे पहुँच गया था….वो अपने ऊपेर झूल रही अंजू की चुचियों को अपने हाथो मे पकड़ कर मसलते हुए ज़ोर -2 से चूस रहा था….
अंजू एक दम गरम हो चुकी थी….उसने अपना एक हाथ नीचे लेजाते हुए विनय के लंड को पकड़ और अपनी चूत की गीली फांको के बीच रगड़ते हुए, चूत के छेद पर भिड़ा दिया…और फिर जैसे ही उसने अपनी गान्ड को नीचे की ओर करके अपनी चूत को विनय के लंड के सुपाडे पर दबाना शुरू किया…और जैसे ही विनय के लंड का मोटा सुपाडा उसकी चूत के छेद को फैलाता हुआ अंदर घुसा तो, अंजू एक दम से चीख पड़ी….उसकी चीख सुन कर विनय भी घबरा गया…..”क्या हुआ….?” विनय ने घबराते हुए पूछा,”
तो अंजू ने अपने होंटो पर मुस्कान लाते हुए कहा…..”कुछ नही…..”
विनय: तो चीख क्यों रही हो…..?
अंजू: (दर्द से मुस्कुराते हुए….) तुम्हारा समान बहुत मोटा है….इसीलिए….हाईए….
वासना के आगे दर्द कहाँ ठहरता, अंजू अपनी चूत को धीरे-2 विनय के लंड पर दबाती चली गयी….और विनय के लंड का सुपाडा अंजू की चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ अंदर जा घुसा. “ओह हइई छोरे तेरे लौन्डे ने तो मेरी बुर को पूरा भर दिया…..उंह श्िीीई हाईए कितना मोटा लंड है रे तेरा….” विनय ने अंजू की चुचियों को चूस्ते हुए अपने दोनो हाथो को पीछे लेजा कर अंजू के चुतड़ों पर रखते हुए मसलना शुरू कर दिया….”ओह्ह्ह ओह उंह सबाश मेरे राजा……हां मसल दे मेरी गान्ड को आह मेरे गान्डू पति ने आज तक इन्हे छुआ भी नही….”
अंजू ने धीरे-2 अपनी गान्ड को ऊपेर नीचे करते हुए कहा….विनय का लंड अंजू की चूत के गाढ़े लैस्दार पानी से गीला होकर अंदर बाहर होने लगा था….विनय को अपना लंड अंजू की चूत की दीवारो में बुरी तरह पिसता हुआ महसूस होने लगा था….दिमाग़ मे ज़्यादा उतेजना के कारण, वो झड़ने के करीब पहुँच गया था…..और जैसे ही उसे लगने लगा कि, उसका लंड पानी छोड़ने वाला है, तो विनय ये सोच कर घबरा गया कि, कही अंजू भी रिंकी की तरह उसका मज़ाक ना उड़ाये…..और कही उसे अंजू से भी हाथ ना धोना पड़े….
पर दूसरी तरफ तो जैसे अंजू मदहोशी मे पागल हो चुकी थी…..उसने अपनी गान्ड को पूरी रफतार से ऊपेर नीचे करते हुए, अपनी चूत को विनय के लंड पर पटकना शुरू कर दिया था….”श्िीीईईईईईईईईईईईई ओह ओह अह्ह्ह्ह अहह अहह हाईए विनय बाबू कितना मस्त लंड है अह्ह्ह्ह तुम्हारा….अह्ह्ह्ह मज़ाअ आ गया……” अंजू के भारी भरकम चूतड़ विनय की जाँघो से टकरा कर सर्प-2 की आवाज़ करने लगे थे….तभी विनय को अपने बदन का सारा खून अपने लंड की नसों की तरफ दौड़ता हुआ महसूस हुआ, और फिर विनय के लंड से वीर्य की बोछार अंजू की चूत में होने लगी…..
विनय आनंद के चरम पर पहुँच चुका था….पर उसने अपनी सिसकारियों को दबा रखा था. डर था कि कही अंजू भी रिंकी की तरह नाराज़ ना हो जाए…
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