RE: Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली
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अगली सुबह भी अजय ने ममता को जल्दी उठा दिया…..ममता ने अजय का नाश्ता और लंच तैयार करके दिया….अभी विनय सो रहा था…..जब उसका मामा नाश्ता करके चला गया….ममता ने टाइम देखा तो 7 बज रहे थे….वो अपने रूम में फिर से आकर सो गयी…….फिर 9 बजे उठी, तो देखा कि विनय अभी भी अपने रूम में सो रहा था….उसने जाकर विनय को जगाया और खुद किचन में जाकर नाश्ता तैयार करने लगी…..विनय भी नहा धो कर बाहर हाल में डाइनिंग टेबल पर आकर बैठ गया……तभी बाहर डोर बेल बजी……
ममता: (किचिन से विनय को आवाज़ लगा कर कहते हुए) विनय जाकर देखो तो कॉन है….?
विनय: जी मासी……
विनय उठ कर बाहर गया तो, देखा बाहर उसकी मासी शीतल खड़ी थी…..उसने अंदर आकर विनय को प्यार दिया…..और बोली, “नाश्ता कर लिया बेटा…..”
विनय: अभी नही मासी बना रही है……
शीतल: क्या अभी तैयार कर रही है….इतना टाइम हो गया….अभी तक मेरे बच्चे को उसने नाश्ता भी नही करवाया……चल आ मेरे साथ……
शीतल अंदर आ गयी….और किचन में चली गयी….”अर्रे दीदी आप नमस्ते…..”
शीतल: नमस्ते क्या बात है ममता आज इतनी लेट कैसे हो गया तुमको…..देर से उठी थी क्या…
ममता: हां दीदी वो जीजा जी ने सुबह 5 बजे उठा दिया था….पहले सुबह उनका नाश्ता दिया और फिर दोपहर का लंच भी बना कर साथ में दिया तो, उसके बाद फिर से सो गयी…..इसलिए बाद मे लेट उठी थी…..
शीतल: ओह्ह्ह अच्छा……चल तू नाश्ता बना मैं चलती हूँ…..
ममता: अर्रे दीदी बैठिए तो सही……मैं नाश्ता बना रही हूँ नाश्ता करके जाना….
शीतल: नही नही मैं तो अभी करके आई हूँ…..वो कल रात किरण से फोन पर बात हुई थी. परसो आ रही है……
ममता: जी……
उसके बाद शीतल अपने घर वापिस चली गयी…..शीतल के जाने के बाद उसने नाश्ता डाइनिंग टेबल पर लगाया और फिर विनय और ममता दोनो ने एक साथ नाश्ता किया….आज ममता चुप थी. वो देखना चाहती थी कि, क्या विनय उस दिन की घटना के बाद खुद कोई हरक़त करता है या नही…आज तो ममता की किस्मत भी उसका पूरा साथ दे रही थी…..घर का सारा काम निपटाने के बाद, वो अपनी बेहन किरण के रूम मे गयी…..जहाँ पर विनय अकेला बैठा टीवी देख रहा था……ममता ने उस समय बहुत ही डीप नेक कमीज़ पहनी हुई थी……..जो गले से काफ़ी खुली हुई थी…..
विनय बेड के किनारे पर लेटा हुआ टीवी देख रहा था…..ममता ने रूम के अंदर आकर बेड के साथ अपनी पीठ टिकाते हुए, नीचे चटाई पर बैठ गयी…..”क्या देख रहे हो विनय….” ममता ने विनय का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए उससे बात शुरू की….वो भी सामने टीवी पर ही देख रही थी……”कुछ खास नही आ रहा…..” विनय ने जब नीचे बैठी ममता की तरफ देखा तो उसका मूह खुला का खुला रह गया….ममता की चुचियाँ आधे से ज़यादा उसकी कमीज़ के गले से बाहर आ रही थी…..”लाओ रिमोट मुझे दो….” उसने बिना पीछे देखे अपना हाथ बढ़ाया. तो विनय ने उसे रिमोट दे दिया……
ममता चॅनेल चेंज करने लगी……पर अब विनय का पूरा ध्यान ममत की गोरे रंग की गुदाज मोटी चुचियों पर था……उन्हे देखते ही उसके लंड में तेज सरसाहट होने लगी….ममता कुछ देर बैठी, और फिर अपने रूम में चली गयी….वो देखना चाहती थी कि, क्या विनय उसके पीछे उसके रूम में आता है या नही…
.उस दिन ममता मासी ने उसके लंड को कितने प्यार से हिलाया था……सच में कितना मज़ा आया था…..उस दिन ममता मासी ने कहा था कि, वो उसे और मज़ा देंगी….
ये सोचते ही उसके बदन में अजीब सी झुरजूरी दौड़ गयी……वो डरते हुए पर दिल के हाथो मजबूर होकर उठा और ममता के रूम में चला गया….
ममता अपने रूम में बेड पर लेटी हुई अपनी बुक पढ़ रही थी….जब उसने विनय को अपने रूम में आते देखा तो, उसके होंटो पर तीखी मुस्कान फेल गयी…..”क्या हुआ कुछ चाहिए…..?” विनय ने ना में सर हिला दिया…..
विनय: वो मैं अकेला बोर हो रहा था……आज पिंकी और अभी भी नही आए…..
ममता: ह्म्म्म्म चल आ ही गया है तो इधर ही बैठ जा…..
विनय ममता के पास जाकर बेड पर बैठ गया…..ममता इंतजार कर रही थी कि, विनय कुछ कहे या कोई हरक़त करे, पर विनय तो चोर नज़रो से बीच-2 में ममता की कमीज़ में कसी हुई चुचियों को देख कर मन बहला रहा था…..जब ममता को लगा कि, इस भौंदू से उम्मीद रखने का कोई फ़ायदा नही है तो, उसने खुद ही बात को आगे बढ़ाया….उसने किताब बंद करके एक साइड में रख दी……
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