RE: Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली
किरण ने उसे जल्दी से खाना डाल कर दिया, और विनय ने 5-6 मिनिट में खाना खाया और बाहर निकल आया…..स्कूल की तरफ कदम बढ़ाते हुए उसे अजीब सा डर लग रहा था….अजीब -2 तरह के ख़याल मन में आ रहे थे…..जैसे तैसे वो स्कूल के बाहर पहुचा तो मेन गेट के साथ छोटे वाले गेट पर वो पीयान खड़ा था….विनय को देख कर वो मुस्कुराया…और उसे अंदर आने का इशारा काया….
विनय अंदर चला गया….उसने गेट बंद किया….और विनय को लेकर अपने रूम में चला गया. जहाँ पर वो लड़का पहले से बैठा हुआ था……”देखा मेने कहा था ना ये ज़रूर आएगा…. चल अच्छा किया जो तू आ गया….भाई हम यहाँ मस्ती करने के लिए इकट्ठे हुए है….” तीनो नीचे बिछाए बिस्तर पर बैठ जाते है….”दोस्त अपना नाम तो बताओ हमें…..”
विनय: विनय…..
लड़का: मेरा नाम मनीष है…..और इसका (पीयान का) रामू……
मनीष: अच्छा तो विनय. पहले ये बताओ कभी पहले किसी के साथ ऐसा कुछ किया है…..?
विनय: नही…..
मनीष: (रामू की ओर मुस्करा कर देखते हुए) इसका मतलब तू अभी बिकुल कोरा है….चलो देखते है कि तुम रामू के काबिल भी हो या नही…..
रामू: चल पहले अपनी पेंट से अपना लंड बाहर निकाल….
विनय: क्यों….
मनीष: यार वो दोपहर वाला खेल खेलना है ना….ये देख हम सब भी अपने लंड बाहर निकाल रहे है……
ये कहते हुए मनीष ने अपनी पेंट खोल कर नीचे सरका दी….उसका 5 इंच का लंड एक दम तना हुआ था….रामू ने भी अपनी लूँगी हटा कर निकाल दी…उसका काले रंग का लंड महज 4 साढ़े 4 इंच का था….जो नॉर्मल खड़ा था…..दोनो ने अपने लंड को हाथ में धीरे-2 लेकर हिलाना शुरू कर दिया….”ये कर रहे हो तुम दोनो……”
मनीष: अबे तू भी अपना लंड निकाल कर हिला जैसे हम हिला रहे है….इसे मूठ मारना कहते है…..बहुत मज़ा आता है ऐसा करने में….
विनय ने अपने शॉर्ट्स को सरका कर घुटनो से नीचे तक कर दया…..उसका लंड बिकुल सिकुडा हुआ था….और उसके बॉल्स पर चिपका हुआ था….उसने अपने लंड को हाथ मे धीरे-2 उनकी नकल करते हुए हिलाने के कोशिस की, पर उसे कुछ अहसास ना हुआ….विनय का गोरा लंड देख कर उस पीयान की आँखो मे अजीब सी चमक आ गयी…..”ला मैं कर देता हूँ…..तू अभी नया है ना….” उस पीयान ने विनय के लंड को अपनी मुट्ठी में भर लिया, और धीरे-2 उसे सहलाने लगा….
एक अजीब सी सरसराहट उसके बदन में दौड़ गयी…..धीरे-2 उसके लंड ने भी अपना आकार बढ़ाना शुरू कर दिया….करीब 2 मिनिट बाद ही उसके लंड में पूरा तनाव आ चुका था….जिसे देख कर उन दोनो की आँखे फटी की फटी रह गयी….”अबे ये इंसान का लंड है या गधे का…..इतनी सी उम्र में इतना बड़ा लंड साले क्या ख़ाता है…..” विनय कुछ बोलने ही वाला था कि, वो कुछ सोच कर चुप हो गया…क्या बताता कि एक 70 साल की दाई उसके लंड की रोज मालिश करती है……
रामू: यार सच में तेरा लंड तो इस उम्र में इतना लंबा और मोटा है, तो एक दो साल बाद तो ये और लंबा और मोटा हो जाएगा…..
मनीष: क्यों साले गान्ड में खुजली होने लग गयी तेरे लगता यार का लंड देख कर……
रामू: कह तो तू सही रहा है…..पर अभी इसके बारे में मैं कुछ और ही सोच रहा हूँ….
मनीष: क्या सोच रहा है बे…..मुझे भी तो बता…..
रामू: वो बाद मे बताउन्गा…..अभी तो तू जल्दी से मेरी गान्ड मार के मेरी गान्ड के कीड़ों को सुला दे…..
ये कहते हुए रामू उल्टा हो गया….और फिर क्या था….मनीष ने उसकी गान्ड मारनी शुरू कर दी….अपनी आँखो के सामने ये सब होता देख विनय का दिल बैचेन से हो गया…”आह साले तेरी गान्ड मारने मे इतना मज़ा आता है तो, लड़की की चूत मारने में कितना मज़ा आएगा…हाए रामू यार किसी की चूत दिलवा दे ना……साले इतने दिनो से झूठा दिलासा दे कर मुझसे अपनी गान्ड मरवा रहा है……”
रामू: हां मनीष बाबू दिलवा दूँगा….अभी तो आ मेरी बजा ….
लड़कियों औरतों लंड चूत गान्ड ये शब्द सुन सुन कर विनय का बुरा हाल था….शाम 7 बजे वो स्कूल से निकल कर घर की तरफ चल पड़ा…..गर्मियों के दिन थे….इसीलिए अभी अंधेरा नही हुआ था…जब घर पंहुचा तो, मामी ने हल्की सी डाँट लगाई…
|