RE: Indian XXX नेहा बह के कारनामे
कड़ी_50
नेहा के घर में उसका पिता अकेले बह आरती के साथ रात को शादी हुई। नेहा दुल्हन के लिबास में बेहद खूबसूरत दिख रही थी। जिस तरह से उसकी बाल बनाई गई थी, उसकी मेकप वगैरह की गई थी, वो पोडियम पर एक माडेल जैसी दिख रही थी बस। सारे मर्दो की नजरें उसी पर थी बल्की लड़कियां भी नेहा को निहार रही थीं।
रात के करीब बारह बजे सारे मेहमान चले गये और घर में परिवार के सदस्य ही रह गये। नेहा का बड़ा भाई वापस जाना चाहता था क्योंकी उसकी बेटी को स्कूल जाना था मगर सबके जोर देने पर उसको भी रुकना पड़ा
और सुबह सवेरे निकलने का फैसला किया गया।
अब परिवार के सदस्यों के बीच एक तरह की बहस हुई, क्योंकी सुबह को प्रवींद्र और नेहा हनीमून ट्रिप पर निकलने वाले थे। दोनों एक हफ्ते के बाद घर वापस आने वाले थे, तो प्रवींद्र चाहता था कि नेहा के घरवालों में से कोई उसके घर में रहे एक हफ्ते तक, क्योंकी जो टैक्सी सुबह उसको खेत ले जाने के लिए आती था वो बराबर आएगी और किसी को खेत जाना चाहिए था, वर्कर्स लोगों का खयाल के लिए। हर रोज नहीं तो हफ्ते में दो दिन तो किसी को वहाँ जाना ही चाहिए था। वहाँ खेत में एक आदमी को तो प्रवींद्र ने एक मैनेजर के जैसे रखा हुआ था। मगर घर से भी किसी को कम से कम एक या दो बार हफ्ते में वहाँ जाना चाहिए था क्योंकी किसी भी वक्त किसी को किसी भी चीज की जरूरत पड़ सकती थी।
एक लंबी बहस के बाद नेहा का पिता यहाँ एक हफ्ते बिताने के लिए राजी हआ मगर कुछ देर बाद अनिल ने भी कहा कि वो भी रह सकता है क्योंकी आरती तो घर पर अकेली बेकार रहती ही है तो एक चेंज के लिए वह दोनों भी यहीं रह सकते हैं एक हफ्ते के लिए, और अनिल के पास कार तो था ही काम पर जाने के लिए।
तो फाइनल किया गया कि यह तीन लोग प्रवींद्र के घर पर रहेंगे एक हफ्ते के लिए। हाँ, नेहा का पिता बहुत खुश हुआ जब उसने सुना कि आरती एक हफ्ते तक उसके साथ रहेगी उस घर में। एक पूरा हफ्ता उसको मजा करने को मिलेगा उसने सोचा। और नेहा अपने पिता को एक नजर देखते हुए मुश्कुराई क्योंकी वो समझ गई कि उसके पापा की चांदी हो गई।
सोने जाने से पहले नेहा को एक छोटा सा मौका मिला अपने पापा से बात करने के लिए तो उसने अपने पापा
के कान में आहिस्ते से भुनभुनाते हुए कहा- “हाँ, आप बेहद लकी हो पापा, वो आपके साथ पूरा एक हफ़्ता रहेगी, भाई काम पर चला जाएगा और आरती और आप अकेले इस घर में? इस घर को यह चान्स है शायद कि एक औरत इसमें अकेली रहे, और एक मर्द उसके आस-पास भी, खासकर मर्द अधेड़ और औरत जवान, यह इस घर पर या तो एक आशीर्वाद है या श्राप... पता नहीं?"
पिता ने नेहा को बाहों में जकड़ा और इससे पहले कि कोई नजर आता जल्दी से नेहा की जीभ को अपने मुँह में लेकर चूसा। फिर नेहा को जवाब दिया- “यह सब तुम्हारे जरिये से हुआ है बेटी, अगर तुमने दोबारा शादी नहीं किया होता तो मुझको कहाँ से ऐसा मौका मिलता?"
फिर नेहा ने अपने पिता से आरती भाभी को अपने साथ खेत विजिट करने के लिए ले जाने को कहा जब वो जाएगा तो।
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