RE: Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का
तुवुम्बा अभी भी एक मेज पर बैठा हुआ था। उसने पैसे चुका दिए थे और अब अपने बीयर गिलास को हिला रहा था। राजको ऐसा लग रहा था कि तुवुम्बा कुछ चाहता था। वह सिर्फ पुरानी कहानियां सुनाने के लिए ही नहीं बैठा हुआ था।
'राज, तुम जिस केस के मामले में यहां आए हो उसमें आगे कुछ हुआ क्या?'
'मुझे पता नहीं,' राजने कहा। 'कई बार ऐसा लगता है कि आप दूरबीन से से कुछ ढूंढ़ रहे हैं और जो समाधान है वह आपके इतने नजदीक है जैसे कि शीशे पर धुंध पड़ गई हो।'
'या आप उलटे खड़े हों।'
राजउसे गिलास खाली करते देखता रहा।
'मुझे जाना है, लेकिन मैं तुमको एक कहानी सुनाना चाहता हूं जिससे हमारी संस्कृति के बार में तुम्हारी जानकारी की कमी कुछ दूर हो सके। तुमने काले सांप के बारे में सुना है?'
राजने सर हिलाया। ऑस्ट्रेलिया आने से पहले उसने सांपों के बारे में कुछ पढ़ा था। 'अगर मेरी स्मृति मेरा साथ दे रही है तो काला सांप बहुत बड़ा नहीं होता, लेकिन बहुत जहरीला होता है।'
'यह सही बात है। लेकिन कहानी के अनुसार यह हमेशा से ऐसा नहीं था। काफी समय पहले, पुराने जमाने में काले सांप जो होते थे वे जहरीले नहीं होते थे। लेकिन जो छिपकली होती थी वह जहरीली होती थी, और आज जितनी बड़ी होती है आकार-प्रकार में उससे बड़ी होती थी। वह इंसानों और जानवरों को खा जाती थी और एक दिन कंगारू ने सभी जानवरों की सभा बुलाई ताकि खतरनाक हत्यारे मुन्गूंगली से मुक्ति पाई जा सके, जो गिरगिटों का सरदार था। ओउय्बुली नामक काले सांप ने यह चुनौती स्वीकार कर ली।'
वह धीरे-धीरे बोल रहा था और उसकी आंखें राजके ऊपर टिकी हुई थी।
'बाकी जानवर उस छोटे से सांप की बात सुनकर हंसने लगे और कहा कि मुन्गूंगली से लड़ने के लिए किसी बड़े और मजबूत जानवर की जरूरत है। “इंतजार करो और देखो,” ओउय्बुली ने कहा और गिरगिटों के सरदार के ठिकाने की तरफ बढ़ गया। जब वह वहां पहुंचा तो उसने उस जंगली जानवर से कहा कि वह तो एक छोटा सा सांप है, खाने के लिहाज से कोई खास नहीं, वह तो बस कोई ऐसी जगह खोज रहा था, जहां कि वह शांति से रह सके, दूसरे जानवरों से दूर, जो उसे परेशान करते थे। “यह पक्का कर लो कि तुम मेरे रास्ते में न पड़ी, नहीं तो यह बहुत बुरा होगा तुम्हारे लिए,” मुन्गूंगली ने कहा और ऐसा लगा कि वह काले सांप के ऊपर बहुत ध्यान नहीं दे रहा था।
'अगली सुबह जब मुन्गूंगली शिकार के लिए गया तो ओउय्बुली उसके पीछे-पीछे रेंगने लगा। आग के पास एक आदमी बैठा हुआ था। इससे पहले कि वह पलक भी झपका पाता मुन्गूंगली ने एक झटके में उसका सिर तोड़ दिया। फिर उस छिपकली ने उसे अपनी पीठ पर लादा और अपने ठिकाने पर ले गया जहां उसने अपनी जहर की पोटली अलग की और उस इंसान के मांस को खाने लगा। ओउय्बुली बिजली की तेजी से लपका और जहर की उस पोटली को लेकर झाड़ियों में छिप गया। मुन्गूंगली ने उस छोटे से सांप का पीछा किया लेकिन वह उसे मिला नहीं। जब ओउय्बुली लौटकर आया तो बाकी जानवरों की बैठक जारी थी।
'"यह देखो," वह चीखा और उसने अपना मुंह खोला जहर की उस पोटली को दिखाने के लिए। सभी जानवर उसे घेरकर बैठ गए और उसे शाबासी देने लगे कि उसने उनको मुन्गूंगली से बचा लिया। जब बाकी सभी घर चले गए तो कंगारू ओउय्बुली के पास गया और बोला कि उसे जहर की पोटली को नदी में फेंक देना चाहिए ताकि सभी चैन की नींद सो सकें। लेकिन ओउय्बुली ने जवाब में कंगारू को काट लिया और वह जमीन पर गिरकर तड़पने लगा।
“तुमने हमेशा मुझे तकलीफ पहुंचाई है है अब मेरी बारी है,” ओउय्बुली ने मरते हुए कंगारू से कहा। “जब तक यह जहर मेरे पास है तब तक तुम मेरे पास आ भी नहीं पाओगे। किसी और जानवर को यह पता भी नहीं है कि मेरे पास जहर अभी भी है। वे यही सोचेंगे कि ओउय्बुली हमारा रक्षक है जबकि मैं बारी-बारी से समय आने पर सबसे बदला लूंगा।” इसके साथ ही उसने कंगारू को नदी में धकेल दिया और वह डूब गया। वह फिर से झाड़ियों में चला गया। और आज भी वह वहीं मिलता है। झाड़ियों में।'
तुवुम्बा ने गिलास से होंठ लगाया लेकिन वह खाली था और वह उठ गया।
'देर हो गई है।'
राजभी उठ गया। 'कहानी सुनाने का शुक्रिया, तुवुम्बा । मैं जल्दी ही वापस लौटने वाला हूं इसलिए अगर मैं तुमसे नहीं मिल पाया तो चैंपियनशिप के लिए शुभकामनाएं। और भविष्य को लेकर तुम्हारी योजनाओं के लिए भी।'
तुवुम्बा ने अपना हाथ बढ़ाया और सोचा कि क्या वह कभी सीखने वाला है। उसका हाथ ऐसे लग रहा था जैसे पिचका हुआ मांस का लोथड़ा हो ।
'उम्मीद करता हूं कि तुम इस बात का पता लगा लोगे कि लेंस पर जो धुंध है वह क्या है।' तुवुम्बा ने कहा। जब तक राजको यह समझ आया कि वह क्या कह रहा था, तब तक तुवुम्बा जा चुका था।
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