RE: Desi Porn Kahani विधवा का पति
पढ़ते-पढ़ते युवक की आंखें भर आईं , दिमाग कुछ और ज्यादा उलझ गया—नजर उठाकर जब उसने रश्मि की तरफ देखा तो पाया कि अपने मुखड़े पर संगमरमरी कठोरता लिए रश्मि उसी की तरफ देख रही थी। बोली— "इस पत्र से मुझे मालूम हुआ कि रंगा-बिल्ला ने उनकी हत्या की है।"
"क्या आपने कभी इस पत्र लिखने वाले का पता लगाने की कोशिश की ?"
"असफल रही।"
"क्या आपको कभी इसके बाद भी इसका कोई पत्र मिला?" '
"नहीं।”
"इस पत्र में लिखी हकीकत या रंगा-बिल्ला का पता लगाने के लिए क्या आपने कभी कोई कोशिश नहीं की ?"
"इस चारदीवारी में जिम्मेदारियों से घिरी मैं बहुत ज्यादा कोशिश तो नहीं कर सकती , मगर जितनी कर सकी , उससे इस नतीजे पर पहुंची कि रंगा-बिल्ला सचमुच वैसे ही हैं, जैसा इस पत्र में लिखा है। पता लगा है कि वे अक्सर ''मुगल महल '' में आते रहते हैं।"
"क्या तुमने उन्हें कभी देखा है ?"
“अगर देखती तो क्या उन्हें जिन्दा छोड़ देती ?" रश्मि के हलक से गुर्राहट-सी निकल पड़ी— “वे कितने भी खतरनाक और क्रूर सही , मगर जिस क्षण मेरी आंखों के सामने आएंगे , वह क्षण उनकी जिन्दगी का आखिरी क्षण होगा , अपने रिवॉल्वर से मैँ उनके कलेजे में आग भर
दूंगी।"
“क्या आपने कभी सोचा कि उस वक्त आपके पास रिवॉल्वर कहां से जाएगा?"
"रिवॉल्वर मेरे पास है।"
"अ...आपके पास रिवॉल्वर है ?" युवक ने चकित भाव से पूछा— “क्या मैं जान सकता हूं कि रिवॉल्वर जैसी खतरनाक चीज आपके पास कहां से आ गई ?"
"उनकी मृत्यु के बाद मुझे उनके व्यक्तिगत सन्दूक से मिली थी।"
"स...सर्वेश के सन्दूक से ?"
“हां।"
"क्या आपने कभी सोचा कि सर्वेश के पास रिवॉल्वर क्यों थी?”
"यह सब सोचने का कभी होश ही नहीं मिला है मुझे—मैं तो बस इतना ही सोचती हूं कि रिवॉल्वर मेरे पास है—रंगा-बिल्ला के सामने पड़ते ही मैं उन्हें शूट कर दूंगी।"
"ऐसा करना शायद गलत होगा।"
गुर्रा उठी रश्मि— “क्या मतलब ?"
कुछ देर तक चुप रहकर जाने क्या सोचने के बाद युवक ने कहा— “ अगर सर्वेश ''मुगल महल '' में सिर्फ कैशियर ही था तो उसके पास रिवॉल्वर की मौजूदगी रहस्यमय है—मेरे ख्याल से वह सिर्फ कैशियर ही नहीं , कुछ और भी था—कुछ ऐसा , जिसमें उसे रिवॉल्वर की जरूरत पड़ती हो।"
"क्या कहना चाहते हो ?" उसे घूरती हुई रश्मि ने कहा।
युवक हिचका नहीं , बोला— “रिवॉल्वर केवल दो ही किस्म के लोग रखते हैं—या तो अपराधी अथवा वे शरीफ लोग , जिन्हें किसी अपराधी से अपनी जान का खतरा हो—आत्मरक्षार्थ।"
"उनके अपराधी होने की कल्पना फिर कभी मत करना।" रश्मि ने चेतावनी दी।
"तो क्या सर्वेश ने आपसे कभी कोई ऐसी बात कही थी , जिससे यह ध्वनित होता हो कि उसे किसी से अपनी जान का खतरा है ?”
"नहीं। ”
युवक चुप रह गया , शायद गहराई से वह कुछ सोच रहा था। सोचने के बाद बोला—"जिस तरह आप कह रही हैं, यदि उस तरह सामने पड़ते ही रंगा-बिल्ला को शूट कर दिया जाए तो वह न तो उचित ही होगा और न ही बुद्धिमत्ता से भरा कदम।"
"क्या कहना चाहते हो ?"
"हर हत्या के पीछे कोई कारण होता है—सर्वेश की हत्या के पीछे छुपा कारण रंगा-बिल्ला ही बता सकते हैं—अगर देखते ही आप उन्हें शूट कर देंगी तो हमें कारण पता नहीं लगेगा—और मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि बिना कारण पता लगे रंगा-बिल्ला को शूट कर देने से भी आपके दिल को सुकून नहीं मिलेगा।"
रश्मि को लगा कि युवक ठीक कह रहा है।
आखिर पता तो लगे कि वे अपने पास रिवॉल्वर क्यों रखते थे—अगर उन्हें किसी से अपनी जान का खतरा था तो उन्होंने कभी इसका जिक्र क्यों नहीं किया —रंगा-बिल्ला ने उनकी हत्या क्यों की ? सब कुछ सोचने के बाद वह बोली— “ मैं नहीं जानती कि तुम्हें क्या करना है और न ही इस सारे झमेले से मुझे कोई मतलब है—मुझे मतलब है केवल उनके हत्यारों से—तुम कुछ भी हो , मगर उनके हत्यारे मुझे चाहिए—याद रखना , उनसे बदला तुम नहीं लोगे—वे मेरे शिकार हैं।"
"मैं वीशू की कसम खाकर कह चुका हूं कि हत्यारों को आपके कदमों में लाकर डाल देना ही मेरा मकसद है—बदला लेना आपका काम है।"
"इस विषय में और कुछ पूछना है ?"
"मैं सर्वेश के बारे में ज्यादा-से-ज्यादा जानकारी चाहता हूं—ताकि उसका कोई परिचित यह न जान सके कि मैं सर्वेश नहीं हूं।"
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