RE: Hindi Kamuk Kahani जादू की लकड़ी
“हा मुझे दुसरो को देखना अच्छा लगता है पहले ये एक तरह का फन था जैसे बाकी सभी नशे होते है लेकिन फिर धीरे धीरे मुझे इसकी आदत सी पड़ गयी या कब एक नशा बना मुझे पता ही नही चला,मुझे दुसरो के पर्सनल चीजो को दिखने में मजा आता है ,या फिर किसी को सेक्स करते देखना ….इसलिए मैं पोर्न का आदि भी हो गया,पोर्न ,मास्टरबेर्शन(हिलाना) ,और साथ में ये ..इन सबने मेरी जिंदगी को बर्बाद ही कर दिया,पहले निकिता को इसका पता नही था लेकिन मेरे अंदर आये बदलाव को वो समझ गई,मुझे समझाया की ये सब बस फेंटेसी है असलियत नही लेकिन मैंने उससे कहा की ये बस मजे के लिए है ,एक दिन मैं ये सब छोड़ दूंगा लेकिन ...लेकिन मैं इसे नही छोड़ पाया ,इतना आदि हो गया की मैंने यंहा फ्लेट लिया और टेलिस्कोप लगा कर दुसरो के पर्सनल चीजो को देखने लगा,खासकर निकिता को ,जब वो इस अपार्टमेंट में आयी तब उसे पता चला की मैं यंहा से उसके पर्सनल चीजो को देख रहा हूं,उसे बहुत गुस्सा आया,इसीबार को लेकर हमारा बहुत झगड़ा हुआ,और वो मुझसे दूर हो गई ,लेकिन मैं उसे बहुत प्यार करता था और वो भी मुझसे बहुत प्यार करती थी इसलिए हम फिर मिले,मैंने ये सब छोड़कर अपने प्यार को अपनाने की बहुत कोशिस भी की लेकिन असफल रहा,मैंने उससे कहा की मैं इस अपरमेंट को छोड़ चुका हु और दूसरी जगह शिफ्ट हो गया हु,और मैं अपने पुराने पारिवारिक घर में रहने लगा लेकिन जब वो चली जाती मैं फिर से यंहा आ जाता,और ये बात उसे पता लग गई ,हमारा फिर से झगड़ा हुआ और फिर हम कभी नही मिल सके…….वो आज भी मुझसे प्यार करती है और उसे पता है की मैं उसे देख रहा हु इसलिए तो वो रोज ही सुबह शाम अपनी खिड़की में आती है ,उसे पता था की उसका शराब पीना मुझे पसंद नही था इसलिए मेरे सामने शराब पीती है,या कभी गुस्से में दिन भर ही खिड़की के पर्दो को लगाकर रखती है ,उसने मुझे दिखाने के लिए ही कल पर्दो को हटा कर तुम्हारे साथ सेक्स किया,उसने मुझे ये मेसेज दे दिया की अब हमारे बीच सब कुछ खत्म हो चुका है ..”
वो रोने लगा था ,मुझे उस आदमी पर दया सी आने लगी थी ..
नशा सच में आदमी के दिमाग को ही खराब कर देता है ,ये मेरे सामने एक जीता जागता उदाहरण था,पता नही कैसे लेकिन इस चूतिये से मेरी बहन पट गई थी वो इसे प्यार करती थी ,निकिता दीदी जैसी हॉट लड़की इसे प्यार करती थी,हा प्यार अंधा होता है दोस्तो ,लेकिन ये चूतिया अपने इस नशे में फंसकर उस लड़की से ब्रेकअप कर बैठा जिसे ये प्यार करता था,था नही है,दीदी भी इससे प्यार करती है इसका सुबूत मैं देख चुका था,वो इसकी याद में देवदास बनी हुई है और ये दुसरो को देखकर हिला रहा है …
काल्पनिकता जब सर में चढ़ जाए तो असलियत फीकी सी लगती है ,यही पोर्न एडिक्ट्स के साथ भी होता है,यही मास्टरबेशन के आदि लोगो के साथ भी होता है ,वो काल्पनिक दुनिया में ऐसे खो जाते है की उन्हें असली सेक्स भी फीका लगने लगता है,रिलेशनशिप,प्यार बोर लगने लगता है,क्योकि हाथ से हिलाना इतना आसान काम है और किसी लड़की को चोदने के लिए बहुत मेहनत चाहिए ,उसे पटाना पड़ता है ,उसके पीछे भागना होता है,समाज का डर,दुनिया जहान की चीजे उसके बाद मिलता है सेक्स या प्यार और यंहा तो लेपटॉप या मोबाइल चालू किया वेबसाइट ओपन की और लगे हिलाने कोई मेहनत नही ..
लेकिन ये असलियत से दूर ले जाता है और अगर इसका नशा लग गया तो जीवन को बर्बाद भी कर सकता है …
मैं उसके पास जा बैठा और उसके कंधे पर अपना हाथ रखा ..
“तुम दोनो खुश रहना ,उसे कभी दुखी मत करना वो बहुत ही अच्छी लड़की है ,मैं उसके जीवन से बहुत दूर चले जाऊंगा “
वो अब भी रो रहा था ,
“तुम्हे कहि जाने की जरूरत नही क्योकि वो अब भी सिंगल ही है ,और मैं उसका बॉयफ्रेंड नही हु बल्कि उसका भाई हु “
वो अचानक से मुझे देखने लगा ऐसे जैसे कोई झटका सा लग गया हो ..
“तूतूतू मम म राज हो..उसके भाई ..ओह होली फक ..”
वो सर पकड़ कर खड़ा हो गया
“लेकिन तुम तो चूतिये थे ,उसने बताया था की तुम अजीब से हो मलतब ..”
वो बोलने के लिए शब्द ढूंढ रहा था ,
“हा मैं चूतिया था लेकिन अब नही हु,समझे “
वो चुप हो गया फिर अचानक से बोल पड़ा
“निकिता तुम्हारी बहन है और तुम उसके साथ ही ..”
उसकी आंखे बड़ी हो गई थी ..
“क्यो पोर्न में नही देखते क्या बहन भाई वाला ..”
“लेकिन वो पोर्न है तुम दोनो तो असलियत में “
मैं मुस्कुरा उठा..
“हर चीज असलियत है मेरे दोस्त कभी नजर उठाकर दुनिया को देखो तो सही ,मैं दीदी से बात करूँगा तुम्हारे बारे में और तुम्हे भी मैं ही ठीक कर दूंगा डोंट वरी “
“लेकिन वो तो तुम्हारे साथ ..”
मैं समझ गया था की वो क्या बोलना चाहता था ..
“देखो प्यार और सेक्स में फर्क होता है,वो भले ही मेरे साथ सोई हो लेकिन आज भी प्यार तो तुझसे ही करती है,और तू खुद सोच निकिता दीदी जैसी हॉट लड़की तुझ जैसे चोदू से प्यार करती है,अबे तुझे और क्या चाहिए,हमारे बीच जो भी हुआ वो बस एक रात की कहानी थी ,समझ ले एक गलती,वो अपने दिमाग से निकाल दे वो तो जीवन भर के लिए तेरी होने को राजी है ,और तू मुह मोड़े हुआ है “
वो शांत हो चुका था …..फिर उसका चहरा उतर गया ..
“लेकिन मैं उसे खुश नही रख पाऊंगा ,मैं तो कमजोर हु तुम्हारी तरह नही ..”
“दोस्त लकड़ियां सिर्फ सेक्स से खुश नही रहती ,और तू फिक्र मत कर मैं तुझे भी ट्रेनिंग दे दूंगा ,पहले तेरी आदत छुड़वानी होगी ..और अगर तू खुश नही रख पायेगा तो उसका भाई अभी जिंदा है उन्हें खुश रखने के लिए “
उसकी आंखे फट गई थी वो कुछ नही बोल पा रहा था ..
“ऐसे एक चीज cuckold भी होती है ,तुझे देखना पसंद है ना तो हमे देखकर भी तू हिलाया होगा “
शर्म से उसकी नजर झुक गई मुझे बिना बोले ही समझ आ गया था ..
मैंने उसके कंधे पर हाथ रखा ..
“दोस्त सब ठीक हो जाएगा ,ये सब मानसिकता का खेल है डोंट वरी...ऐसे मेरे पास एक डॉ है जो शायद तेरा इलाज कर दे “
वो मुझे घूर रहा था …
“कौन ???”
“उनका नाम है डॉ चूतिया,द ग्रेट साइकोलॉजिस्ट..”
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