08-01-2016, 10:41 PM,
|
|
desiaks
Administrator
|
Posts: 23,332
Threads: 1,142
Joined: Aug 2015
|
|
RE: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
अपडेट 115
…और… उसने वैसे ही अपना मुहं जूली के लहंगे के अंदर घुसा दिया ...
कुछ देर लगा कि शायद एक्टिंग ही कर रही है ....पर जब उसका सर लहंगे के ऊपर तक दिखा ...
और जूली की बेताबी ...वो बैचेनी के अपनी कमर हिला रही थी ...
ओह इसका मतलब रिया तो जूली की चूत ही चाटने लगी थी ....
ब्रेवो यार ...इतने लोगों के सामने ऐसा ....ये तो रिया जैसे लड़की ही कर सकती थी ....
तभी जूली को वहां का शौर सुनकर कुछ अहसास सा हुआ ...
और उसने अपना एक पैर उठाकर ...रिया को पीछे को धकेला ...वो पीछे को गिर गई ...
बेशरम अभी भी अपने होंठो पर ...बड़े ही सेक्सी ढंग से अपनी जीभ फिरा रही थी ...
इस धक्के से जूली का लहंगा उसके कमर तक उठ गया ...वैसे वो बहुत ही फुर्ती से उठकर खड़ी हुई ...
मगर फिर भी कई लोगों ने उसकी नंगी चूत के दर्शन कर लिए ...
फिर जूली वहां से अंदर की ओर भाग गई ....और सभी वहां सौर मचाते रह गए ...
रिया तो आखरी दृश्य के लिए भी बोलती रह गई ...
पता नहीं अब क्या था वो आखरी दृश्य ...
मगर जूली उस दृश्य को पूरा करने के लिए वहां नहीं रुकी ...
और ना ही वहां दोबारा आई ....
फिर अनु और कुछ लड़कियों के भी डांस हुए ...और वहां सभी का हाल वैसा ही था ..
बड़े ही सेक्सी कमेंट्स ...और आहें ...
बहरहाल बहुत मजा आया ...मेहता अंकल के यहाँ ...
फिर खाना बगैरा खाकर हम सभी वापस आ गए ...
अनु उस रात हमारे यहाँ ही सोई थी ....रात को मैंने उसके साथ फिर काफी मस्ती की ...
जूली ऐसा ब्यवहार कर रही थी ..कि जैसे उसको कुछ पता ही ना हो ...
उसने मुझे अनु के साथ मस्ती करने का पूरा मौका दिया ...,
सुबह दूधवाले की बेल की आवाज से ही मेरी आँख खुली ...
अनु अभी भी पूरी नंगी ...अपनी एक टांग मेरी कमर पर रखे सो रही थी ....
मैं भी पूरा नंगा ही था ...वैसे भी रात को सोते समय मैं कुछ नहीं पहनता हूँ ...
तभी जूली भी उठ गई ...मैंने अनु को पीछे हटाने की कोई कोशिश नहीं की ...
मैं चाह रहा था ...कि जूली हमको इस तरह देख ले ..
फिर देखना था कि उसका क्या बरताव होता ...आखिर अब तो मैं उसको चुदवाते हुए भी देख चूका था ...
जूली ने उठकर अपना वही छोटा सी नाइटी अपने बदन पर डाली ...
फिर मेरी ओर आकर मेरे होंठो को चूम लिया ...
......................
[b]जूली : ओह ये लड़की भी ना ...सही से सोने भी नहीं देती ...
मैंने भी आँख खोलकर उसको मुस्कुराते हुए ही जवाब दिया ...
मैं : कोई बात नहीं सोने दे ....
मैंने जूली को चूम लिया ...जूली ने भी अनु को ना हटाकर ...दूध लेने चली गई ...
मेरा एक बार दिल किया कि देखू ...दूधवाले के साथ वो क्या मस्ती करती है ...
पर रात की थकान ने मुझे उठने नहीं दिया ...मैं अनु से चिपका सोता रहा ...
मैं काफी गहरी नींद में सो गया था ...मुझे कुछ होश ही नहीं रहा ....
बस इतना सा ध्यान है कि जूली काफी देर बाद ही अंदर आई थी ....फिर वो बाथरूम में चली गई ....
पता नहीं कितनी और देर तक मैं सोता रहा ....
मेरी आँख तब खुली जब मुझे लगा कि कोई अपने मुलायम हाथों से मेरे लण्ड को सहला रहा है ...
मैंने देखा वो अनु ही थी ...जो नींद में ही ऐसा कर रही थी ...
मैंने उसको अपने से अलग कर पीछे को लिटा दिया ...फिर उठकर उसके नंगे जिस्म पर एक चादर उड़ा दी ...
मुझे लगा बाहर कोई है ...जिससे जूली बात कर रही है ....
पर मैंने बैडरूम का दरवाजा खोलकर नहीं देखा ...
मैं बाथरूम में चला गया ....और वो बाहर देखने के लिए मेरी सबसे सेफ और टॉप जगह थी ....
मैंने बाथरूम के रोसनदान से ही बाहर देखा ....
अरे ये तो विकास है ....जूली के स्कूल वाला दोस्त ...
जिसके स्कूल में वो अब पढ़ाती है ...
वो अक्सर उसको लेने आ जाता है ...
मैंने देखा कि जूली किचन के पास वाली बेंच पर बैठी है और ड्रायर से अपने बाल सुखा रही है ...
उसके जिस्म पर केवल एक हलके हरे रंग का पेटीकोट और हरे रंग का ब्लाउज है ....
ब्लाउज वैसे ही था ..जैसे छुपा काम रहा था और दिखा ज्यादा रहा था ....
बहुत ही छोटी आस्तीन ...जिससे उसके बगल (अंडर आर्म्स ) तक नंगे दिख रहे थे ....
.......................[/b]
[b]जूली जब हाथ ऊपर करके अपने बाल सुखा रही थी ...तो उसका वो हिस्सा बहुत ही सेक्सी लग रहा था ...
उसका ब्लाउज नीचे से भी उसके मम्मो को दिखा रहा था ...
और ऊपर से तो उनकी गोलाई दिख ही रही थी ....
जूली का नंगा पेट ..जिस पर पेटीकोट तो उसकी नाभि के पास ही बंधा था ....
पर नॉट का कट काफी गहरा था ....जिससे अंदर का हल्का हल्का एक बहुत ही सेक्सी दृश्य नुमाया हो रहा था ...
विकास उसके सामने ही बैठा था ....और जूली के हर कोण को बहुत ही ध्यान से देख रहा था ...
फिलहाल इस समय जूली की दोनों गोल गोल चूचियाँ बहुत ही मस्त रोल प्ले कर रही थी ....
जो जूली के दोनों हाथ ....ऊपर नीचे ...और हिलने से अलग अलग ...आकर बना रही थी ...
और काफी कुछ ब्लाउज के बंधनो से बाहर आने का प्रयास कर रही थी ...
मैं विकास के सयंम को देख रहा था ...
ऐसा तभी हो सकता था जब किसी ने इनका भरपूर रसपान कर लिया हो ....
वो वहीँ बैठा... मुस्कुराता हुआ ....बस उनको निहारे जा रहा था ....
अब मैं उन दोनों के बीच होने वाली बात पर भी ध्यान देने लगा ....
जूली : वैसे आज अगर तुम नहीं आते तो मैं छुट्टी के मूड में ही थी ...
रात बहुत थकान हो गई थी ...
विकास : चलो फिर तो ठीक हो गया ...वरना पूरे दिन आज बोर होना पड़ता ...
वैसे कल विनोद का फोन आया था ...तुम्हारा हालचाल पूछ रहा था ...
जूली उसको चुप रहने का इशारा करती है ...
मुझे याद था ...विनोद और विकास दोनों शादी से पहले जूली के बहुत अच्छे दोस्त थे ....
इन्होने एक साथ ही अपनी पढ़ाई पूरी की है ...
जूली के इस तरह विकास को चुप करने का कारण शायद वो घटना है ..
मुझे विनोद के बारे में पता चल गया था ...उसका एक लव लेटर मैंने जूली के डाक्यूमेंट्स के बीच देख लिया था ....
और हमारी दो दिनों तक बोलचाल भी नहीं हुई थी ...पर वो तो पुरानी घटना थी ...
अब तो मैं कुछ और ही चाहने लगा था ....
विकास : ओह ....अरे तो क्या हुआ ...तुमने ही तो कहा था ...कि रोबिन तो गहरी नींद में हैं ...
जूली : अरे वो जाग तो सकते हैं ना ....फिर ये बातें बाद में भी तो हो सकती है ....
विकास : अरे हम कौन सा गलत बात कर रहे हैं ....मैंने तो विनोद को बोल दिया कि मैं उसकी अमानत का अच्छी तरह ध्यान रख रहा हूँ ...
....................[/b]
[b]जूली : हा हा ...उसको क्या पता कि तुम उसकी अमानत में कितनी खयानत कर रहे हो ...
विकास : हा हा ...नहीं यार मैं उसके साथ ऐसा नहीं कर सकता ...हाँ रोबिन के साथ कर सकता हूँ ...
हा हा
फिर जूली ने ड्रायर बंद कर रख दिया ....
विकास : अच्छा यार अब जल्दी से तैयार हो जाओ ...तुम भी यार बहुत देर लगाती हो ...
जूली : बस हो तो रही हूँ ...तुम भी तो कितनी जल्दी आ जाते हो ...
विकास : वो तो तुम्हारे इस रूप को देखने ....तुमको नहीं पता ...जब तुम नहाकर ऐसे गीले बालों में बाहर आती हो ...तो कितनी सेक्सी लगती हो ...
बस मेरा तो हाल ही बुरा हो जाता है ...
जूली : और फिर इसका खामियाजा मुझे कार में भुगतना पड़ता है ...
हा हा ...
जूली का पेटीकोट उसके चूतड़ों को कुछ ज्यादा ही दिखा रहा था ...जिससे वो बहुत सेक्सी लग रही थी ..
फिर जूली ने विकास के सामने ही अपने पेटीकोट का नाड़ा खोलकर पेटीकोट को नीचे करके बाँधा ...
इस दौरान उसने पेटीकोट को ऐसे घुमाकर ठीक किया कि उसके पेटीकोट का कट आगे से जूली की चूत के दर्शन तक करा गया ...
जूली ने अंदर कुछ नहीं पहना था ...वैसे भी उसको कच्छी पहनने की आदत तो थी ही नहीं ...
फिर जब जूली ने साड़ी बांध ली ...तब मैं भी तैयार होने लगा ....
कुछ देर बाद जूली अनु को सब कुछ समझाकर विकास के साथ चली गई ...
अब मैं और अनु घर पर अकेले ही थे ....
हम दोनों एक साथ ही नहाये ...एक दूसरे के अंगों को अच्छी तरह साफ़ किया ...
फिर मैं अनु को उसके घर की ओर छोड़कर अपने ऑफिस आ गया ...
आज ऑफिस में बहुत ही काम था ...तो ज्यादा कुछ फुर्सत नहीं मिली ...और न ही जूली के बारे में ही कुछ सोच पाया ...
हाँ थोड़ा बहुत हंसी मजाक और मस्ती जरूर हुई ...
जब यास्मीन और पिंकी जैसी हसीनाएं साथ हो तो कुछ न कुछ मस्ती तो होती ही है ...
चुदाई नहीं तो छेड़छाड़ तो हमारे बीच चलती ही रहती थी ....
जिसमे पूरा दिन मजे से गुजर जाता था ...
ऑफिस से मैं कोई रात ८ बजे तक घर पहुंचा ...इस सबमें घर के बारे में तो मैं सब कुछ भूल ही गया था ,,,
........................[/b]
[b]घर पर पूरा जमघट लगा हुआ था .... जूली, रंजू भाभी, अनु के अलावा वहां ऋतू और रिया भी थी ...
वो कुछ शादी के चीजों की परिचर्चा कर रही थी ...
सभी ने ही सेक्सी और घरेलू वस्त्र ही पहन रखे थे ..
मैं सभी को देखकर बस यही सोच रहा था ...
कि जूली, रंजू भाभी, अनु और रिया की चूत तो मैं अच्छी तरह देख और चोद चुका हूँ ...
बस ये ऋतू ही बची है ...अगर इसकी शादी नहीं होती तो इसकी चूत लेने का भी मौका मिल जाता ...
शायद सच ही है ...लड़की चाहे कितना भी चुदवाती हो ...पर अपनी शादी के समय वो बिलकुल सीधी हो जाती है ...
ऋतू भी इस समय ऐसा ही व्यबहार कर रही थी ...और बहुत ही सीधी सादी सी लग रही थी ...
जबकि वो क्या थी ये तो मैं अच्छी तरह से जानता था ..
तभी जूली मुझसे बोली ...
जूली : सुनो क्या आप अपना काम 4 दिनों के लिए नहीं छोड सकते ...
देखो ये दोनों ही कल ही साथ चलने के लिए ज़िद्द कर रही हैं ...
मुझे तो खुद शादी में जाने की जल्दी थी ...
जूली को क्या पता कि मैंने वहां मस्ती करने का कितना प्लान तैयार कर रखा है .....
मैं : हाँ मेरी जान ....सब कुछ तुम्हे लिए ही तो कर रहा हूँ .....
और मैंने जूली को अपनी बाँहों में जकड कर चूम लिया ...
पहली बार ऋतू बोली ...
ऋतू : वाओ भैया ...और हमारा किस ....
उसने एक शार्ट मिडी पहन रखी थी ...
मैंने उसकी ओर देखा ....उसकी मांसल और गदराई जांघे नंगी दिख रही थी ...
सैतान ने अपनी टांगो के बीच के गैप को और चोडा कर दिया ...
उसने अंदर सिल्की, चमकदार ..लाल कच्छी पहन रखी थी ...
उसके गोरी-गोरी जांघो से चमकती लाल कच्छी उसको बहुत ही सेक्सी दिखा रही थी ...
मैंने भी उसकी कच्छी से चमकती चूत के होंटो को देखकर कहा ...
मैं : चिंता न कर तेरे भी इन लाल-लाल होंठो को भी चूम लेंगे ...
सभी जोर से हसने लगे ...
अब शादी में तो इस फूलजरियों के साथ बहुत ही मजा आने वाला था .....
??????????????????????
………….
……………………….
[/b]
Free Savita Bhabhi &Velamma Comics @
|
|
|