Bhabhi Ke Saath Kamasutra Ki Iccha
09-17-2016, 09:34 PM,
#1
Bhabhi Ke Saath Kamasutra Ki Iccha
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और मुझे पता है कि स्टोरी का नाम पढ़कर ही आप लोगों ने अपने- अपने लंड अपने हाथ में ले लिए होंगे और मेरी प्यारी-प्यारी भाभियों ने भी अपनी उंगली चूत में डाल लेने का मन बना लिया होगा। जैसे कि मैंने टाईटल में बताया है कि ये मेरी इच्छा है जो कि बहुत जल्द में इसे सच में बदलने वाला हूँ, लेकिन अभी आपको मेरी इच्छा ही सुनने को मिलेगी, कल्पना 404 में रहती है और में 401 में रहता हूँ, वो 404 में अपने पति और एक छोटे बच्चे के साथ रहती है। वो इतनी खूबसूरत और कामुक है ना कि कभी-कभी तो मुझे लगता है अगर ये मान जाये तो इसे भगाकर ले जाऊं और हम कहीं दूर चले जाए और दिन रात सिर्फ़ और सिर्फ़ हम एक दूसरे को चोदे। कुछ-कुछ औरत, लड़की या भाभी को देखकर ऐसा लगता है कि वो बस चोदने के लिए ही बनाई गयी हो और कल्पना भी उसी में से एक है। वो लोग वहाँ किराए पर रहने आए है, उन लोगों को वहाँ रहते हुए लगभग 6-7 महिने हो गये है।

फिर एक दिन में अपने घर पर टी.वी. देख रहा था कि तभी बेल बजी तो मैंने उठकर दरवाज़ा खोला तो देखा कि बाहर मेरे सामने कल्पना खड़ी थी। मैंने पहली बार उसे देखा था और ये मेरी उससे पहली मुलाकात थी और मुझे तो पता भी नहीं था कि ये पटाखा मेरे सामने ही रहता है, वो वास्तव में उसके बेटे की बर्थ-डे पार्टी का निमंत्रण देने आई थी। फिर उसने कहा कि तुम्हारी मम्मी नहीं है घर में? तो मैंने कहा कि नहीं वो तो नहीं है बोलिए। तब उसने बोला कि मेरे बेटे की बर्थ-डे पार्टी है कल शाम को 7 बजे आप सबको आना है। फिर मैंने उनसे पूछा कि आप कहाँ रहते हो? तो उन्होंने कहा कि आपके सामने ही तो रहती हूँ। फिर मैंने कहा कि नहीं सॉरी मुझे मालूम नहीं था कि आप यहीं रहती हो, में मम्मी को बता दूँगा। फिर वो ओके बोलकर चली गई।

अब मेरी मम्मी और भाई उसके यहाँ बर्थ-डे पार्टी में गये थे, में तो काम में व्यस्त था तो इस वजह से नहीं जा पाया, लेकिन अब हम बार-बार लिफ्ट में आते जाते मिलने लगे, मुझे अभी तक उसका नाम नहीं पता था। फिर एक दिन वो अपने बेटे को स्कूल छोड़ने जा रही थी तो में भी तभी अपने ऑफिस के लिए निकला। तब मैंने लिफ्ट में उसके बेटे से मस्ती करने के बहाने उसे पहली बार छुआ और उसको छूकर मन में ऐसी आग लगी कि इसे लेकर बेड पर लेटाकर मेरे नीचे दबोच दूँ। फिर उसके बेटे ने मेरी बाईक पर बैठने की ज़िद की। फिर मैंने उसे छोटा सा चक्कर लगवा कर वापस उसकी मम्मी और मेरी मम्मी के पास छोड़ा।

फिर मैंने उसका नाम पूछा तो उसने कहा कि कल्पना, बस साला सरनेम नहीं बताया कि में उसे फेसबुक में सर्च कर पाऊं और उससे बात आगे बढाऊँ। अब में भी उसके साथ खुलकर बात नहीं कर पा रहा था, क्योंकि मुझे थोड़ा सा डर लग रहा कि कहीं सोसाईटी में कुछ प्रोब्लम ना हो ज़ाये। फिर में वहाँ से चला गया और अभी तक मुझे उसको अपनी फिलिंग बताने का मौका नहीं मिल रहा था। अब में एक सही मौके की तलाश में था, अब आते जाते ही हैल्लो और मेरा उसके बेटे के बहाने उसके घर आना जाना तो चालू था ही। अब वो जिस तरह से मुझे देखती थी तो मुझे ऐसा लगता था कि में जैसे मन में ये सोच रहा हूँ कि में इसके बूब्स दबा रहा हूँ, तो वो भी मन में सोच रही थी कि में इसका लंड चूस रही हूँ। अब में उसके घर इसलिए जाता था कि हमारी बात कुछ आगे बढ़े, लेकिन में जब भी जाता हूँ तो उसका बेटा इतनी सारी बातें करता है ना कि मुझे उससे तो बात करने का टाईम ही नहीं मिलता और जितना टाईम मिलता भी है तो में उसके दीदार करने में बर्बाद कर देता हूँ, लेकिन मुझे पक्का विश्वास है कि एक दिन वो नंगी मेरे नीचे जरुर सोयेगी और में पूरा नंगा कंडोम पहनकर उसके ऊपर लेटा रहूँगा और उसकी चूत का रस पीता रहूँ, अब में हमेशा से यही चाहता था। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

अब में जब भी उसके क्लीवेज देखता हूँ तो मन करता है इसे यही दीवार पर चिपकाकर चालू हो जाऊं, उसके नरम गुलाबी होंठो पर टूट पडूँ और चूस-चूसकर उसके होंठ लाल कर दूँ, उसके कानों पर हल्का सा बाईट करके उसकी जांघ पर से हाथ घुमाते हुए उसकी मदमस्त गांड पकड़ लूँ और उसे अपने लंड पर दबा दूँ। में चाहता हूँ कि वो मुझे नीचे फेंककर मेरे ऊपर चढ़ जाए और अपनी ब्रा निकालकर अपने बूब्स मेरे मुँह में डाल दे और वो अपने हाथों से मेरे कपड़े खोलकर मेरे लंड से खेले। दोस्तों उसकी आँखो में इतना खिंचाव है कि मुझे दिन रात अलग-अलग स्टाईल में उसको चोदने के ख्याल आते रहते है। अब कभी-कभी वो मेरे घर आई होती है तो मन करता है कि पीछे से जाकर पकड़ लूँ और उसकी गांड पर अपना लंड रखकर मेरे लंड के स्पर्श से उसे अहसास कराऊँ कि मेरा लंड उसके लिए कितना प्यासा है?

फिर एक बार ऐसा ही हुआ वो दही लेकर घर जा रही थी और हमारा टाईम थोड़ा गड़बड़ा गया। में मेरी बाईक तक पहुँच गया था। तभी मैंने उसको बाहर से दही लेकर आते हुए देखा, उसने लाल कलर की ड्रेस पहनी थी और वो बस नाहकर आई होगी, क्योंकि उसके बाल गीले थे जो उसने बाँधकर रखे थे। सुबह- सुबह इस तरह से उसको जाते देखकर मेरा मन किया कि लिफ्ट में ही इसे दबोच लूँ और कपड़े खोलकर सारा दही इस पर डाल दूँ और फिर में सारा दही चाटकर खा लूँ। फिर उस दिन ऑफिस पहुँचकर मैंने लगातार 3 बार उसके नाम से लंड हिलाया, तब कहीं जाकर मुझे शांति हुई। अब में बस उसे जल्दी से अपनी बाहों में भरकर उसे चोद डालना चाहता हूँ और में ज़रूर चोदूंगा भी और बहुत जल्द अगली स्टोरी लिखकर आपको बताऊंगा भी कि कैसे मैंने कल्पना की चुदाई की? और उसके मजे लिए ।।

धन्यवाद …

Free Savita Bhabhi &Velamma Comics @
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,300,064 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 522,319 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,151,229 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 872,014 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,542,330 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 1,987,032 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,797,055 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,516,439 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,825,915 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 266,206 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)